Panther Terror: उदयपुर के सलूम्बर कस्बे में पैंथर की दहशत एक महीने बाद दूर हो गई है. मादा पैंथर और दो शावकों के पिंजरे में कैद होने से हजारों लोगों ने राहत की सांस ली. वन विभाग की टीम ने पैंथर को पकड़ कर आबादी से दूर राजसमन्द वन्य जीव अभयारण्य में छोड़ दिया. आबादी क्षेत्र में पैंथर के मूवमेंट का वीडियो वायरल हुआ था. बताया गया कि वीडियो कब्रिस्तान के पास का है. लोगों की सूचना और वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग की टीम हरकत में आई. बता दें कि जंगल में खाना-पानी नहीं होने से पैंथर शहर का रुख कर रहे हैं. सलूम्बर कस्बे के हजारों लोग एक माह से खौफ में जी रहे थे. 


एक महीने बाद पैंथर के खौफ से उबरे लोग 


रेंजर जितेंद्र सिंह ने बताया कि पैंथर के दिखाई देने की सूचना पर आबादी क्षेत्र में निगरानी बढाई गई. पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए. कई बार ऐसा हुआ कि पैंथर ने वन विभाग की टीम को चकमा दिया. पिंजरे में कैद होने के बजाए पैंथर परिवार पास से निकल गया. आबादी क्षेत्र में मुस्तैद वन विभाग की टीम को कुछ दिन बाद सफलता मिली. एक के बाद एक पैंथर परिवार पिंजरे में आता गया. पहले शावक आया और फिर मादा पैंथर के बाद शावक भी आ गया.


पकड़ने में वन विभाग की टीम को छूटे पसीने


पैंथर परिवार के पिंजरे में कैद होने की सूचना अधिकारियों को दी गई. अधिकारियों के आदेश पर तीनों को राजसमन्द वन्य जीव अभयारण्य में छोड़ दिया गया. हाल ही उदयपुर शहर के बाद बड़गांव क्षेत्र में पैंथर ने एक किसान का शिकार किया था. बेडवास में भी दो दिन पहले पैंथर की खबर से दहशत फैल गई थी. सीसीटीवी फुटेज में एक पैंथर कुत्ते का शिकार करता दिखाई दे रहा था. सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी थी. 


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