Rajasthan Budget 2023: राजस्थान में 10 फरवरी को बजट पेश होने वाला है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने घोषणा की है कि यह बजट युवाओं पर केंद्रित होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान का पहला बजट किसने और कब पेश किया था? उस वक्त राजस्थान का कुल बजट कितना था? राजस्थान के पहले बजट की क्या खासियत थीं? आज इन्हीं सब सवालों के जवाब आपको हम इस खबर में देंगे.


70 साल पहले पेश हुआ था पहला बजट


राजस्थान का पहला बजट आज से करीब 70 साल पहले पेश किया गया था. उस दौरान मुख्यमंत्री टीकाराम पालीवाल थे. लेकिन परंपरा के अनुसार उन्होंने खुद बजट पेश न करते हुए उस वक्त के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री नाथूराम मिर्धा से पेश करवाया था, जो मात्र 17 करोड़ 25 लाख रुपये का था. राजस्थान के पहले बजट में मिर्धा ने जनता पर कोई टैक्स नहीं लगाया था और बजट की ज्यादातर घोषणाएं सिंचाई, पेयजल और सूखे से निपटने के साथ-साथ कानून व्यवस्था पर केंद्रित थीं.


विधानसभा की 160 सीटों के लिए था बजट


4 अप्रैल 1952 को पहली बार बजट पेश करते वक्त वित्त मंत्री नाथूराम मिर्धा ने कहा भी था कि, 'इस वक्त मेरे मन में कई भावनाएं हैं. हम जिस एकता और संयुक्त राजस्थान का सपना संजोए हुए थे, उस एकजुट राजस्थान में जन कल्याण का ये पहला बजट पेश करने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर आई है.' यहां आपको बताते चलें कि राजस्थान में 23 फरवरी 1952 को पहली विधानसभा का गठन हुआ था. तब राजस्थान में विधानसभा की 160 सीटें थी, जिसमें 3 बार बदलाव कर संख्या को 200 कर दिया गया.


10वीं बार बजट पेश करेंगे गहलोत


हालांकि 2023 में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत 10 फरवरी को अपनी सरकार का पांचवा और अंतिम बजट पेश करेंगे. ये 10वां मौका होगा जब गहलोत विधानसभा में बजट पेश करने जा रहे हैं. गहलोत की पहली सरकार 1988 से 2003 के बीच वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने बजट पेश किया था. लेकिन उसके बाद 2008 से 2013 और 2018 से अभी तक गहलोत ही बजट पेश करते आ रहे हैं. ऐसा इसीलिए क्योंकि गहलोत सीएम होने के साथ-साथ वित्त मंत्री का काम भी देख रहे हैं.


इस बारे के बजट में क्या होगा खास?


सीएम गहलोत के 3 बार सीएम के कार्यकाल में यह बजट बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पिछले साल भी मुख्यमंत्री ने साल 2022 के बजट में राजस्थान में पहला कृषि बजट (Agriculture Budget in Rajasthan) भी पेश किया था. राजस्थान का पहला बजट बड़ा ही चर्चा में रहा है. इस बार का बजट और भी बड़ा होने की उम्मीद है. इसमें सभी विषय शामिल हैं. एक अनुमान के अनुसार, इस बार का बजट 02 लाख 65 हजार 500 करोड़ रुपए का हो सकता है. जबकि पिछले साल वर्ष 2022-23 का जो बजट पेश किया गया था, वह 02 लाख 14 हजार 977 करोड़ 23 लाख रुपए का था. इसलिए इस बार बजट को बड़ा किया गया है.


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