Mission 2023: राजस्थान का यह चुनावी साल है. ऐसे में पांच प्रमुख नेता चर्चा में हैं. ये हैं- अशोक गहलोत, किरोड़ी लाल मीणा, हनुमान बेनीवाल, वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां बजट को लेकर अपने सोशल मीडिया की डीपी चेंज कर दिया है. वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने स्कूटी की सवारी करके एक सियासी बहस छेड़ दी है.


उधर, बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरना-प्रदर्शन ने राजस्थान की राजनीति में हलचल तेज कर दी. वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल के दौरों की चर्चा हो रही है.बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर उनकी ही पार्टी के सांसद की ओर से लगाए गए आरोपों की वजह से उनका नाम भी आजकल सुर्खियों में है. 


बचत,राहत और बढ़त


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 फरवरी को राजस्थान का बजट पेश करने वाले हैं.उसके पहले ही जयपुर के सावर्जनिक स्थानों पर पोस्टर लग गए हैं.इनपर लिखा है,  'बचत,राहत और बढ़त'.इस पोस्टर की चर्चा तेज है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरी तरह आक्रामक हैं.सभी मुद्दों पर बोल रहे हैं.उसके साथ ही बजट को लेकर खूब दावे किए जा रहे हैं.इस बजट को गेमचेंजर बताया जा रहा है.इसी कड़ी में आज खुद मुख़्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया पर अपनी डीपी बदल ली है.इसे लेकर पोस्टर वार भी छिड़ गया है.


वसुंधरा की स्कूटी की सवारी


वहीं बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पिछले दिनों डूंगरपुर में एक लड़की के कहने पर स्कूटी की सवारी की थी.उसी बात को लेकर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज है.उसके बाद उन्होंने एक घटना को लेकर अशोक गहलोत सरकार के लिए लिखा,'' निरंतर हो रही हत्या की वारदातों के बाद एक बार फिर चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में बीजेपी नेता के बेटे की दिनदहाड़े हत्या हो गई.इससे यह स्पष्ट है कि राजस्थान अब अपराधों का गढ़ बन गया है.इस घटना के बाद से लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बावजूद राज्य की गहलोत सरकार अब तक भी हरकत में नहीं आई है.आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जाए.






धरना हुआ स्थगित


अपने आंदोलनों के लिए मशहूर किरोड़ी लाल मीणा एक बार फिर चर्चा में हैं. पिछले दिनों जब उन्होंने घाट की गुणी की टनल को पार किया तो आंदोलन के रूप ने बड़ा तेवर दिखाया.हालांकि, बाद में किरोड़ी लाल मीणा ने खुद ही सोशल मीडिया पर लिखा,''राजस्थान में पेपर लीक मामलों की CBI जांच एवं सरकारी नौकरियों में राजस्थान के युवाओं को 95 फीसदी आरक्षण आदि मांगों को लेकर चल रहे धरने को गहलोत सरकार से वार्ता के बाद स्थगित कर दिया है.गृह राज्य मंत्री से सकारात्मक बातचीत और उनके द्वारा ठोस आश्वासन के बाद सात दिन में कार्रवाई का भरोसा दिया है.CBI जांच की मांग मेरी रहेगी ही,जिससे दोषी प्रदेश के युवाओं के सामने आ सकें.''






हनुमान बेनीवाल का प्रदेश दौरा 


राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल इन दिनों प्रदेश के दौरे पर हैं.वे हर दिन किसी न किसी जिले में जाते हैं.चर्चा में इसलिए ज्यादा हैं कि वो जोधपुर का दौरा खूब करते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा ,'' जोधपुर जिलें की लोहावट विधानसभा क्षेत्र के ग्राम हनुमान सागर, मतोड़ा में शहीद बाबूराम जी गोदारा के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में भाग लिया.'' इसी तरह हनुमान के दौरे और बयान खूब चर्चा में हैं.






सतीश पूनिया पर किरोड़ी के आरोप 


सतीश पूनिया बीजेपी के अध्यक्ष हैं.प्रदेश भर में दौरे कर रहे हैं.पिछले एक महीने तक जन आक्रोश रथ यात्रा में शामिल हुए.चर्चा में रहे, लेकिन पिछले दिनों उनकी ही पार्टी के नेता किरोड़ी लाल मीणा ने उनपर आरोप लगा दिया. मीणा ने कहा,'' सतीश पूनिया ने आंदोलन में उनका साथ नहीं दिया.इससे धरना कमजोर हुआ.'' उनके इस बयान को लेकर पूनिया की खूब चर्चा हुई. 


ये भी पढ़े


RSMSSB Teacher Exam: 48,000 से ज्यादा पद के लिए जारी हुई परीक्षा तारीख, इन डेट्स पर होगा एग्जाम