Eco Tourism in Udaipur: राजस्थान का सबसे बड़ा जंगल एरिया उदयपुर जिले का है. अरावली की पर्वतमाला से घिरे इस जिले की बारिश के मौसम में सुंदरता को चार चांद लग जाते हैं. इन झीलों, नदियों और पहाड़ों को देखने पर्यटक आते हैं, लेकिन उन जगहों पर नहीं जा पाते जहां असल खूबसूरती है. इन्हीं खूबसूरती से रूबरू कराने के लिए उदयपुर के वन विभाग एक पहल की है. वह 1500-2000 रुपये ने पर्यटकों को इन जंगलों की सैर कराएगा. 


दरअसल वन विभाग ने इको टूरिज्म को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दक्षिणी राजस्थान के ख्याति प्राप्त इको ट्यूरिज्म स्थलों पर वन भ्रमण करवाया जा रहा है. उप वन संरक्षक अरुण कुमार ने बताया कि वन विभाग ने इको भ्रमण करवाने के लिए एक कंपनी को अधिकृत किया है. निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार 23 जुलाई को फुलवारी की नाल अभयारण्य का भ्रमण करवाया जाएगा.इच्छुक व्यक्ति अपनी बुकिंग निर्धारित संपर्क सूत्र पर शनिवार शाम 6 बजे तक कराना सुनिश्चित करें. वन भ्रमण के लिए वाहन रविवार सुबह 6 बजे चेतक सर्किल स्थित वन भवन के सामने से प्रस्थान करेगा.


कितनी लगेगी फीस
उप वन संरक्षक ने बताया कि इको ट्यूरिज्म स्थल फुलवारी की नाल अभयारण्य के पानरवा, रावली टाडगढ़ अभयारण के दूधलेश्वर, गोरमघाट व भीलबेरी वाटर फॉल, बस्सी अभयारण्य व सीतामाता अभ्यारण्य के आरामपुरा व जाखम बांध के लिए 1700-1700 रुपये, कुभलगढ़ अभयारण्य के कुंभलगढ़ व रणकपुर के लिए 1600-1600 रुपये, जयसमंद अभयारण्य के झूमर बावड़ी व बाघदर्रा के क्रोकोडाइल कंजर्वेशन रिजर्व के लिए 1500 और जवाई बांध के लेपर्ड कंजर्वेशन रिजर्व के लिए 2200 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है. इसमें वातानुकुलित वाहन से परिवहन, प्रातः चाय-नाश्ता, दिन का भोजन, शाम की चाय, अभयारण्य का प्रवेश शुल्क, टॉलटैक्स, इको गाईड चार्ज, इको स्थल के साफ-सफाई का चार्ज  और समस्त कर शामिल हैं.


ऐसे कर सकते हैं बुकिंग


डीएफओ ने बताया कि विभिन्न स्थलों पर भ्रमण विशेषज्ञ गाईड की उपस्थिति में वन विभाग के सहयोग से आयोजित किए जाएंगे. आमजन को प्रत्येक सप्ताह आयोजित होने वाले भ्रमण की जानकारी 3-4 दिन पूर्व ही समाचार पत्र के माध्यम से दे दी जाएगी. इस पर कोई भी अपनी बुकिंग अधिकृत व्यक्तियों शरद अग्रवाल (मो.7568348678) और कनिष्क कोठारी (मो.8769799989) पर करवा सकते हैं. बुकिंग हेतु डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट वाइल्ड ड्वेलर डॉट कॉम वेबसाईट का भी प्रयोग कर सकते हैं.


ये भी पढ़ें


Rajasthan News: बिजली के बिलों में बढ़ोतरी के खिलाफ सड़क पर उतरे उद्यमियों और व्यापारी, सरकार पर लगाया यह आरोप