Jaipur News: राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर जोर आजमाइश व शक्ति प्रदर्शन लगातार जारी है. बीजेपी 2023 के चुनाव की तैयारियां जोर शोर से कर रही है. मुख्यमंत्री पद के लिए जारी खींचतान के बीच राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एक बार फिर दिल्ली हाईकमान के सामने सक्रियता को देखते हुए उनके सियासी विरोधी सतर्क हो गए हैं. वसुंधरा राजे लगातार दौरे कर अपने सियासी विरोधियों को अपनी शक्ति का एहसास करवा रही हैं.


वसुंधरा राजे रविवार को फिर से दिल्ली दौरे पर रही खुद वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने ट्वीट में लिखा नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह के पुत्र अरुणोदय सिंह के विवाह समारोह में शिरकत कर वर-वधू को सुखद दांपत्य जीवन की अग्रिम शुभकामनाएं दी समारोह में पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी समेत कई वरिष्ठ नेताओं वह सदस्यों से मुलाकात कर उनसे विभिन्न विषयों पर चर्चा की इस मौके पर वसुंधरा राजे के साथ उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह भी मौजूद रहे इससे पहले वसुंधरा राजे ने पीएम मोदी समेत केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की थी.


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राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिले थे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लगातार हो रहे दिल्ली दौरे से उनके धुर विरोधी खेमा सतर्क हो गया है राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में होने हैं लेकिन प्रमुख नेताओं की सियासी चाल क बढ़ गई है. विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे के लिए जारी खींचतान के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने हाल ही में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की थी. बैठक में केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर और सांसद किरोड़ी लाल मीणा समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. बैठक में विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों पर मंथन किया गया था. जानकारों का कहना है कि विरोधी धड़े के नेता भी दिल्ली दौरे के जरिए वसुंधरा की तर्ज पर ही सियासी संदेश दे रहे हैं. राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं इसलिए सियासी शक्ति प्रदर्शन का केंद्र भी दिल्ली बन रहा है. आने वाले दिनों में दौरों की रफ्तार और बढ़ेगी.





प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से लड़ा जाएगा चुनाव
देश के पांच राज्यों के चुनावी नतीजे के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपनी ओर से राजस्थान में चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से लड़ने की घोषणा कर चुके हैं. वही राजस्थान की राजनीति की बात करें तो राजनेता अपनी दावेदारी के लिए हाईकमान के पास गुहार लगाते नजर आ रहे हैं. राजस्थान की राजनीति भले ही जयपुर से चलती हो लेकिन कमान दिल्ली के हाथों में ही होती है. यही कारण है कि वसुंधरा राजे हो या फिर विरोधी धड़े से जुड़े नेता समय-समय पर दिल्ली पहुंचकर मेल मुलाकातों के जरिए सियासी संदेश देने की कोशिश करते हैं.


कुछ दिनों पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया उन्होंने प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह से मुलाकात की थी. इसके बाद वसुंधरा राजे ने दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे हाली ने यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुई थी. दिल्ली यात्रा के जरिए वसुंधरा राजे अपने विरोधियों को शायद अपने सियासी कद का एहसास करना चाह रही है.


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