Rajasthan: पूर्व मंत्री रामलाल जाट की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, 5 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में प्रोटेस्ट याचिका दायर
Bhilwara News: राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे रामलाल जाट पर 5 करोड़ की धोखाधड़ी का केस चल रहा है. इस केस में सीआईडी की जांच रिपोर्ट के खिलाफ शिकायतकर्ता ने प्रोटेस्ट याचिका दायर की है.
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Rajasthan News: अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार में राजस्व मंत्री रहे राम लाल जाट (Ram lal Jat) के खिलाफ 5 करोड़ की धोखाड़ी मामले में सीआईडी जांच रिपोर्ट के खिलाफ प्रोटेस्ट याचिका दायर की गई है. बता दें माइनिंग व्यवसायी परमेश्वर जोशी ने 5 करोड़ की धोखाधड़ी करने और माइनिंग खान को हड़पने का आरोप लगाया था. इसके बाद इस मामले में 17 सितंबर 2023 को कोर्ट के आदेश पर भीलवाड़ा के करेड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.
इसके बाद हाई प्रोफाइल केस होने की वजह से जांच सीआईडी उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा ने शुरू की. अब करेड़ा थाना प्रभारी सुनील बेड़ा ने बताया कि सीआईडी सीधी ने जांच पूरी कर ली है. साथ ही भीलवाड़ा मांडल कोर्ट में 1069 पेज की रिपोर्ट पेश की. कोर्ट ने परमेश्वर जोशी द्वारा लगाए गए आरोपों और दर्ज करवाए गए मामले को सिविल यानी लेने देन बताते हुए खारिज कर दिया.
शिकायतकर्ता ने क्या कहा?
वहीं परमेश्वर जोशी का कहना है कि उन्होंने खनन, मशीन चोरी करने, ब्लैकमेल और डराने धमकाने के साथ ही जबरन संपत्ति हड़पने का मामला दर्ज करवाया था, लेकिन जांच अधिकारियों ने फर्जी तरीके से सबूत पेश किए. जोशी ने अब जांच के खिलाफ कोर्ट में प्रोटेस्ट याचिका दायर की है और केश में पेश किए गए सबूतों की ट्रायल करवाए जाने की अपील की है. बता दें इस मामले में पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने पिछले साल 14 दिसंबर को इस FIR में गिरफ्तारी से बचने के लिए राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी.
क्या है पूरा मामला?
वहीं माइनिंग व्यवसायी राजसमंद के गढ़बोर निवासी परमेश्वर पुत्र रामलाल जोशी ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया था कि वह करेड़ा के रघुनाथपुरा में मैसर्स अरावली ग्रेनि मार्मो प्रा.लि नाम से ग्रेनाइट मांइस का काम करता है. माइंस में वह डायरेक्टर और शेयर होल्डर है. कंपनी का रजिस्ट्रेशन श्याम सुंदर गोयल और चंद्रकांत शुक्ला के नाम से है. जिस समय कंपनी का रजिस्ट्रेशन हुआ था, उस समय परमेश्वर श्याम सुंदर और चंद्रकांत से 10 करोड़ रुपये मांगता था. इसके चलते इन दोनों ने माइंस के 50 प्रतिशत शेयर परमेश्वर और उसकी पत्नी भव्या जोशी के नाम पर कर दिए थे.
वहीं आरोप है कि बाकी के 50 प्रतिशत शेयर का सौदा श्याम सुंदर और चंद्रकांत ने पूर्व मंत्री रामलाल जाट से कर दिया. राम लाल जाट ने माइंस के शेयर अपने रिश्तेदार मोना चौधरी और सुरेश जाट के नाम पर करवा दिए. इन शेयर के पैसे पूर्व मंत्री राम लाल जाट को 5 करोड़ रुपये परमेश्वर, श्याम सुंदर और चंद्रकांत को देने थे. परमेश्वर जोशी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री जाट ने अपने रिश्तेदारों के नाम शेयर के कागज ट्रांसफर होते ही 5 करोड़ रुपये देने का वादा किया था. इसके बाद 50 प्रतिशत शेयर मोना और सुरेश जाट के नाम ट्रांसफर हो गया, लेकिन मंत्री ने 5 करोड़ रुपये देने से साफ मना कर दिया.
(भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट)
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