Kota: पूर्व मिस्टर इंडिया प्रेमराज अरोड़ा की मौत से साइलेंट अटैक पर बढ़ी चिंता, डॉक्टर बचने की दे रहे यह सलाह
Rajasthan News: बीते दो-तीन वर्षों में जिम में ट्रेनिंग के दौरान युवाओं की अचानक हो रही मौत के मामले में तेजी देखने को मिल रही है. इस साइलेंट अटैक से युवाओं के साथ ही डॉक्टर भी चिंतित नजर आ रहे हैं.
Prem Raj Arora Dies: स्वास्थ्य को लेकर लोग अनेक उपाए करते हैं, कोई मोर्निंग वॉक तो कोई योग से शरीर को स्वस्थ्य रखता है, लेकिन युवाओं में जिम का क्रेज रहता है. वहीं कुछ घटनाएं ऐसी देखने को मिल रही हैं, जिसमें युवाओं को जिम में हार्ट अटैक (Heart Attack) आ रहा है. इससे बॉडी बिल्डर भी इससे अछूते नहीं रहे. जब इतने पावरफुल व्यक्ति को अटैक आ सकता है जो घंटों जिम में पसीना बहाता है तो आम आदमी अपने आप को कैसे स्वस्थ्य रखे. कई ऐसे सवाल हैं जो लोगों के जहन में है कि जब बॉडी बिल्डर ही अटैक के शिकार हो रहे हैं तो सामान्य वर्ग को तो अटैक से कैसे बचाया जा सकता है. हम कोटा निवासी बॉडी बिल्डर और वेट लिफ्टर प्रेमराज अरोड़ा (Prem Raj Arora) की बात कर रहे हैं. इन्होंने मिस्टर कोटा, मिस्टर हाडौती, मिस्टर राजस्थान और मिस्टर इंडिया का खिलाब अपने नाम कर रखा है, जिनकी कुछ दिन पहले ही साइलेंट अटैक से मौत हो गई.
प्रेमराज अरोड़ा के छोटे भाई राहुल अरोड़ा ने बताया कि उनके भाई को कोई समस्या नहीं थी. वह सामान्य जिम किया करते थे, प्रतियोगिता के समय थोड़ा अधिक करते थे. 21 मई को उन्हें गैस की समस्या हुई तो एक कैप्सूल खाया, लेकिन आराम नहीं मिला तो डॉक्टर के यहां लेकर गए जहां डॉक्टर ने कहा कि इनकी साइलेंट अटैक से मौत हो गई. उनके तीन बच्चे हैं, पत्नी और भरा पूरा परिवार है. ऐसे में उनकी मौत से कोटा शहर के लोग स्तब्ध रह गए.
एक कमरा भर जाए इतने अवार्ड हैं
प्रेमराज अरोड़ा के बडे भाई धनराज अरोडा ने बताया कि भाई ने 1993 से जिम की शुरूआत की और उसके बाद लगातार मेहनत कर कई प्रतियोगिताओं को जीता. नेशनल लेवल पर भी गोल्ड मेडल जीता. उनके पास इतने इनाम हैं कि एक कमरा भर जाए. 2016 से लेकर 2018 तक मिस्टर राजस्थान रहे और गोल्ड मेडलिस्ट रहे. परिजनों ने बताया कि वह जिम में कई प्रतियोगिता इस उद्देश्य से कराते थे कि युवाओं को मोटिवेट किया जा सके. छोटी-छोटी प्रतियोगिता और इनाम जीतकर युवा सेहतमंद होते थे. नशे की आदतों से बचते थे. उन्होंने कई युवाओं को प्रेरित किया जो आज अपना मुकाम बना चुके हैं.
एज फेक्टर स्वीकार करें, एस्टोरॉयड का सेवन नहीं करें
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. साकेत गोयल ने बताया कि बॉडी बिल्डर शरीरिक रूप से मजबूत हो सकते हैं लेकिन उनका केलोस्ट्रोल कितना है, उनके द्वारा लिया जा रहा सप्लीमेंट बॉडी पर क्या नुकसान कर सकता है, इन सभी की समय पर जांच होनी चाहिए. समय-समय पर बॉडी चेकअप होने चाहिए ताकि हमें पता रहे कि हमारे शरीर की क्या कमजोरी है. डॉ. गोयल ने कहा कि जब उम्र बढ़ती है तो उसे भी स्वीकार करना चाहिए, कॉम्पीटिशन की भावना से अधिक एक्सरासाइज करना भी नुकसानदायक होता है, शरीर को आराम की भी जरूरत होती है. जो प्रोफेशनल है वह दवाईयों का भी इस्तेमाल करते हैं जो डॉक्टर्स की सलाह के बिना नहीं लेनी चाहिए.
ये भी पढ़ें-