Udaipur News: राजस्थान में इसी साल चुनाव है.इस वजह से धीरे-धीरे राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं.बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों पार्टियां एक दूसरे पर प्रहार तो कर रही है, लेकिन खुद की पार्टी में भी खींचतान चल रही है.ऐसा ही एक ऑडियो वायरल हुआ है.इसमें एक पूर्व सरपंच ने अपने क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने के कारण बांसवाड़ा-डुंगरपुर के सांसद को खरी-खोटी सुनाई है. इसमें बड़ी बात यह बताई जा रही है कि इस ऑडियो को बीजेपी के ही बांसवाड़ा जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र वैष्णव ने व्हाट्सअप ग्रुप में वायरल किया.बातचीत पुरानी बताई जा रही है, लेकिन ऑडियो एक दिन पहले ही ग्रुप में वायरल किया गया है.उदयपुर संभाग के वागड़ में बीजेपी का शीर्ष खुद को मजबूत करने में जुटा है, लेकिन वहीं क्षेत्र स्तर पर खींचतान चल रही है.


पूर्व सरपंच ने सांसद को सुनाई खरी-खरी


वायरल ऑडियो के अनुसार सांसद को कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को बांसवाड़ा जिले के पीपलखूंट पंचायत के केशरपुर पूर्व सरपंच बताया है.उनका कहना है कि आपको 5 साल हो गए, लेकिन अब तक विकास कार्य नहीं हुए हैं.सड़क,बिजली,पानी की व्यवस्था नहीं है.आपके रहते हुए इन पांच साल ने आपके नाम का एक हैंडपंप तो लगवा दीजिए.साल 2024 में चुनाव आने वाले हैं,किस मुंह से लोगों से वोट मांगने के लिए जाएंगे.


इस ऑडियो में सांसद कनकमल कटारा ने कहा कि केंद्र योजना के तहत घर-घर नल कनेक्शन लगवा रही है.विधायकों को पांच करोड़ मिल रहे हैं. वह काम नहीं करवा रहे हैं.आप यहां आओ फिर बात करते हैं.इस पर पूर्व सरपंच ने कहा आप तो केंद्र में बैठे हैं ना.अपने फंड से लगवा सकते हैं.वोट मांगने तो खुद आते हो और अब विकास कार्य की बात हो तो हमे बुला रहे हो.हमारे क्षेत्र में जहरीले और बिना जह वाले सांप हैं, इसमें से एक आप हो जिसका डसा हुआ काम नहीं आ रहा,वहीं बिना जहरीला एक संसदीय सचिव रहा वह है,जो अधिकारियों की फटकार लगाता है तो काम हो जाता है. अब ये बताओं कि जो जिंदा है उसका काम नहीं हो रहा और जो मरा हुआ है उसका काम हो रहा.इसके बाद से कॉल कट जाती है. 


'कोई जनप्रतिनिध किसी से बात ही नहीं कर पाएगा'


एबीपी ने सांसद कनकमल कटारा से बात की तो उन्होंने बताया कि इसे बंद ही कर दो,क्योंकि ऐसे में तो कोई जनप्रतिनिध किसी आम व्यक्ति से बात ही नहीं कर पाएगा.वह सरपंच था,उसे जिस तरह से बात करनी थी कि,हैंडपंप की मांग रहा रहा था,अब ऐसे बात करेगा तो क्या जवाब दू.वहीं जिला उपाध्यक्ष की ओर से ऑडियो वायरल किए जाने पर, उनका कहना था कि मैं कुछ नहीं कह सकता हूं.


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