एक साधु ने एक पढ़े-लिखे परिवार को अपने सम्मोहन में ऐसा फंसाया कि उस परिवार के सदस्यों ने घर के सारे जेवर अपने हाथ से निकालकर रख दिए. साधु ने उनको हाथ भी नहीं लगाया और जेवर गायब हो गए.ये सम्मोहन था या हाथ की सफाई या ठगी.यह जांच का विषय है. पुलिस ने अथक प्रयास से इस अनजान साधु को पकड़ लिया है. पूछताछ में उससे एक के बाद एक चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.ये साधु अब तक करीब डेढ दर्जन लोगों को अपने जाल में फंसा चुका है.


अब तक कितनी वारदातें कर चुके हैं


शहर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि कुन्हाडी थाना क्षेत्र में लंबे समय से कोमा में पड़े एक बच्चे को ठीक करने का दावा कर ठगी की एक घटना हुई. इस मामले में पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर साधुओं को गिरफ्तार किया है. दोनों रिश्ते में सगे मामा-भांजे हैं. दोनों अब तक इस तरह की 16 वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.


चौधरी ने बताया कि तीन जून 2023 को फरियादी हरिओम मीणा निवासी आदर्श नगर कुन्हाडी कोटा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उनकी शिकायत थी कि साधु के वेश में एक व्यक्ति ने उनके घर से सोने के जेवर ठगी कर ले गया. शिकायत मिलने के बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए शंकर लाल पुलिस उप अधीक्षक के सुपरविजन में स्पेशल टीम का गठन किया गया.इस टीम ने साधु को तकनीकी आधार पर पता लगाया. बाद में उसे गांव बाता थाना चांदहट जिला पलवल हरियाणा से गिरफ्तार किया गया. उसे गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम के सामने उसके लोगों ने जमकर जमकर उत्पात मचाया.


चाय पीने के बहाने पहुंचा पीड़ित के घर


एसपी चौधरी ने बताया कि हरिओम मीणा ने अपनी शिकायत में बताया कि वो स्कूटी से सब्जी लेने बड़ी सब्जीमंडी जा रहे थे. चंबल पुलिया के ऊपर उनको एक बाबा ने हाथ का ईशारा देकर रोका. उसने कहा कि मुझे नयापुरा बस स्टैंड छोड़ दो. इस पर उन्होंने उसे गाड़ी पर बैठा लिया और चल पड़े. उसने मुझसे घर पर चाय पिलाने की बात कही. मैं बाबा को अपने घर चाय पिलाने ले आया.घर के सदस्यों ने बाबा को 100-50 रुपये दान किए. 


मीणा के परिवार ने बाबा को चाय पिलाई. इस दौरान बाबा ने सुख-शांति की बाते बताईं. उन्होंने बताया है कि उनका बेटा विकास करीब छह साल पहले हुए एक दुर्घटना के बाद से ही कोमा में है. इसलिए सभी को बाबा की बातें अच्छी लगीं. बाबा ने पैसों की बात की. इस पर लोगों ने घर पर पैसे न होने की बात कही. इस पर बाबा ने कहा कि आपके घर में जितने जेवरात हैं मंगवाओ. इस पर मेरी बेटी अंजू, बहु सुप्रिया, छोटे भाई की पत्नी साजंती और मेरी पत्नी ने अपने पहने हुए और घर पर रखे हुए सोने के जेवरात निकालकर एक पर्स में रखकर मेरे बच्चे के सिर पर रख दिए. उसी समय बाबा ने 4-5 मिनट की झाड़फूंक की. इसके बाद बाबा को वापस गाड़ी पर बैठाकर छोड़ दिया. लेकिन जब वापस जाकर देखा तो पर्स में जेवर नहीं थे.  


पुलिस इस तरह पहुंची ठगों तक


एसपी ने बताया कि घटनास्थल के फोटो और सीसीटीवी फुटेज लिए गए.सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में अपराधियों द्वारा प्रयोग में लाई गई लग्जरी कार का पता लगा. बाद में पुलिस गाड़ी का रिकार्ड प्राप्त किया. जांच के बाद इस घटना में नवाब नाथ और संजीव नाथ का शामिल होना पाया गया. पुलिस ने दबीश देकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया.ठगी कर चोरी ले गए सोने के जेवरात बरामद करने के दौरान दोनों के रिश्तेदारों ने पुलिस टीम का विरोध किया. कोटा पुलिस ने हरियाणा पुलिस के सहयोग से ठगी किए गए सोने के जेवरात और एक लग्जरी कार भी बरामद किया है. ये दोनों साधु वारदात को अंजाम देने के बाद गाड़ी में ही अपना हुलिया बदलकर जिंस पहन लेते थे.ये दोनों अलग-अलग शहरों में लग्जरी कार से पहुंचते थे. वे शहर के अच्छे होटल में ठहरते हैं और साधु का वेश बनाकर लोगों को ठगते हैं. 


इन शहरों में भी कर चुके हैं वारदात


एसपी चौधरी ने बताया कि दोनों आरोपी ठगी के शातिर बदमाश हैं. वो लोगों को अपनी बातों में उलझाकर उनकी आंखों के सामने ही झाड़फूंक और इलाज के नाम पर हाथ की सफाई से पैसे व सोने चांदी के जेवरातों पर हाथ साफ कर देते हैं. इन दोनों ठगों ने अब तक मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, पलवल, अमरोहा, गुडगांव, दिल्ली, मुरैना, बूलन्दशहर, जट्टारी, अलीगढ, बहादुरगढ़, झज्जर, सोनीपत, बदायूं, नोयडा जैसे शहरों में इसी तरह की ठगी की वारदात करना स्वीकार किया है. 


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