Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के हितों को देखते हुए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा बजट में की थी. वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत बुजुर्गों को धार्मिक तीर्थ स्थल की निशुल्क यात्रा पर भेजा जाता है. इस यात्रा में खाना पीना रहना सभी निशुल्क हैं. जोधपुर देवस्थान विभाग, राजस्थान सरकार की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के प्रति प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है. आज मंगलवार को जोधपुर में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिकों को लेकर विभाग की तीसरी ट्रेन रामेश्वरम के लिए रवाना हुई. वरिष्ठ नागरिकों में काफी उत्साह नजर आया.


आठ अक्टूबर को जोधपुर लौटेगी ट्रेन
दरअसल, यात्रा कर रहे लोगों ने बताया कि सीएम गहलोत की इस योजना के कारण हम जैसे गरीब परिवार भी धार्मिक यात्रा निशुल्क कर रहे हैं. सीएम गहलोत प्रदेश के बुजुर्गों के श्रवण कुमार हैं. धार्मिक यात्रा पर निकले वरिष्ठ जन महिलाओं ने रेलवे स्टेशन पर ढोल नगाड़े पर खुशी जाहिर करते हुए नाचने लगी. भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रियों की ट्रेन को दुल्हन की तरह सजाया गया. ट्रेन में जोधपुर संभाग के कुल 1030 यात्री सवार हैं. इनमें जोधपुर जिले के 404, पाली के 201, बाड़मेर के 301, और जैसलमेर जिले के 71 यात्री शामिल हैं. इनके साथ ही यात्रियों की सुख-सुविधा और सेवा के लिए ट्रेन में 30 अनुरक्षक, एक ट्रेन प्रभारी और मेडिकल टीम भी हैं. तीर्थ यात्रा पूर्ण कर वरिष्ठ नागरिकों की यह ट्रेन 8 नवंबर को जोधपुर लौटेगी.




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यात्रा की खुशी में फूले नहीं समाए कन्हैयालाल
इसी ट्रेन से अपनी पत्नी के साथ रामेश्वरम की यात्रा पर निकले कन्हैयालाल ने कहा कि जीवन में इतने दशकों तक घर-गृहस्थी और बच्चों के लालन-पालन में इतने अधिक व्यस्त रहे कि खुद के लिए कुछ करने का समय ही नहीं मिला. बरसों से सोची हुई तमन्ना को मुख्यमंत्री ने इस योजना के जरिये पूरा किया और आज वे इस सफर पर हैं. कन्हैयालाल कहा कि अपनी पत्नी के साथ भगवान रामेश्वरम के दर्शन का उनका सपना सरकार पूरा कर रही है. मंगलवार का यह दिन उनके जीवन के सबसे सुखद पलों को संजोने वाला मांगलिक उत्सव से भरा दिन है. वे कहते हैं कि उनके संगी-साथी बुजुर्ग तीर्थ यात्रा कर आए और हम रह गए.  यह सोचकर व्यथित हो रहे थे. विजयलक्ष्मी दिखी बेहद उत्साहित


लोगों ने कहा- सपना हुआ पूरा
जोधपुर की विजयलक्ष्मी ने मुख्यमंत्री की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आज का दिन उनके लिए बेहद भावुक और ख़ुशी का है. उन्होंने कहा कि अखबार की एक जानकारी से शुरू हुआ यह सफर आज उन्हें और उनके पति को यहां तक लाया है. उन्होंने देवस्थान विभाग के सहयोग और कार्य की भी प्रशंसा की. रामेश्वरम की तीर्थ यात्रा को लेकर विजयलक्ष्मी बेहद उत्साहित दिखी. जोधपुर जिले के लूणी के मेहपतराम अपनी पत्नी के साथ रामेश्वरम जाने के लिए जब भगत की कोठी पहुंचे तो उनके साथ उनके पिता भी आए. उन्होंने अपने पिता के आशीर्वाद के साथ अपने आस्था के सफर को आरम्भ किया. वहां उनका भव्य स्वागत सत्कार हुआ. उनके ही जैसे सैकड़ों वरिष्ठजन साथी रामेश्वरम की यात्रा को आतुर थे.  


बाड़मेर के किशोर सिंह ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए उनकी तुलना श्रवण कुमार से की. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार श्रवण कुमार ने अपने माता-पिता को तीर्थ यात्रा करवाई, उसी प्रकार हमारे मुख्यमंत्री ने हम सभी की मनोकामना पूरी करते हुए आज हमें इस तीर्थ यात्रा का सौभाग्य दिया है. अशोक गहलोत के इस पुण्यदायी और परमार्थ कार्य के लिए प्रदेश के सभी वरिष्ठजन एक स्वर में उनको धन्यवाद दे रहे हैं.