Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा चुनावों (Rajasthan Assembly Election) में महज कुछ ही महीने बाकी हैं. इसको लेकर सभी पार्टियां और एक्टिव मोड में हैं, अभी से आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरु हो चुका है. सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया था.


उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ आज तक दंगे भड़काने का कोई प्रमाण नहीं मिला है. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सरकार की तुष्टीकरण नीति राजस्थान में दंगों के लिए जिम्मेदार है. कांग्रेस की धार्मिक भेदभाव की सोच और प्रशासन की ढ़िलाई जिम्मेदार है. 


केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कहा कि बीजेपी-आरएसएस दंगों की राजनीति में विश्वास नहीं करते. उन्होंने कहा कि बीजेपी- आरएसएस के खिलाफ आज तक दंगे भड़काने का कोई प्रमाण नहीं मिला है.


गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार की तुष्टीकरण नीति से दंगे फैलते हैं, जिससे निर्दोष लोग मारे जाते हैं और काम धंधों पर बुरा असर पड़ता है. इस सरकार में तुष्टीकरण की हालत यह है कि दंगों की जांच और आरोपियों को पकड़ने में भी धार्मिक आधार पर भेदभाव किया जाता है. ये स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है. तुष्टीकरण की नीति से जनता में आक्रोश है. यह आक्रोश आगामी चुनाव में कांग्रेस की हार के रूप में सामने आएगा.


चुनाव आते ही गोभक्त हो जाते हैं मुख्यमंत्री: गजेंद्र सिंह शेखावत


सीएम अशोक गहलोत पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने धार्मिक मामलों में दिखावे का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव का समय आते ही मुख्यमंत्री गौभक्त हो जाते हैं. सीए गहलोत गोदान करने का राग अलापते हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि राजस्थान में लाखों गायें लंपी से मर गई थीं. उन्होंने कहा कि उन गायों के उपचार में ये सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई थी. अब सरकार ने लंपी से मरने वाली गायों की संख्या सिर्फ 76 हजार मानी है. 


'गोपालकों को मुआवजा के नाम पीटा जा रहा है ढोल'


लंपी महामारी में मारी गई गायों को गजेंद्र सिंह शेखावत प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लंपी महामारी में लाखों गायें मारी गई थीं. प्रदेश सरकार द्वारा गौपालकों को मुआवजा देने का ढोल तो पीटा जा रहा है, लेकिन वह अभी तक पूरा नहीं दिया गया है. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मीडिया रिपोर्टस का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में अभी तक 42 हजार दुधारु गायों का ही मुआवजा दिया गया है. मुआवजे के नाम पर पशुपालकों को राहत शिविरों में बुलाकर परेशान किया जा रहा है.


ये भी पढ़ें: Rajasthan Election 2023: 'जालौर की 5 सीटों पर क्या है जीत का फॉर्मूला?' सर्किट हाउस के बंद कमरे में सीएम गहलोत ने की चर्चा