Jodhpur News: सोमवार को केंद्रीय मंत्री दिल्ली से उदयपुर पहुंचे और कन्हैया लाल के घर जाकर पीड़ित परिजनों से मिले. शेखावत ने परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाया. बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि कन्हैया लाल को बार-बार धमकी मिलने के बावजूद पुलिस द्वारा केवल आश्वासन देना, बार-बार सुरक्षा की गुहार लगाने के बावजूद सुरक्षा प्रदान ना करना, अपितु उन्हीं को सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए बाध्य करना और अंतिम समय तक सुरक्षा मांगने पर यह कहना कि वी आर जस्ट फोन कॉल अवे (हम एक फोन कॉल दूर हैं). उन्होंने कहा कि जिला और पुलिस प्रशासन, जिन्होंने कन्हैया लाल को सुरक्षा का भरोसा दिलाया था, वह और उनके पीछे खड़ी राजस्थान सरकार भी दोषी है.


गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "हत्यारों की जो मानसिकता है, मोटरसाइकिल के नंबर से लेकर उनके पाकिस्तान यात्रा के जो सूत्र मिले हैं, यह स्पष्ट दिखाई देता है कि यह केवल प्रतिक्रिया में की गई घटना नहीं है. यह सोची-समझी साजिश के तहत की गई घटना है."


राज्य सरकार पर बरसे शोखावत
राज्य सरकार पर बरसते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "पिछले दिनों हुईं करौली, भीलवाड़ा फिर भीलवाड़ा और उसके बाद जोधपुर की घटनाओं को कनेक्ट करके देखा जाए तो साफ है कि यह जो मानसिकता राजस्थान में पनप रही है, इसके पीछे कौन लोग हैं? इनको कौन पल्लवित और पोषित कर रहा है? कौन इस तरह की मानसिकता को खाद-पानी दे रहा है? इसकी समग्रता के साथ में हॉलिस्टिक जांच होनी चाहिए, ताकि ऐसी मानसिकता को इसी स्तर पर रोका जा सके, क्रश किया जा सके, लेकिन दुर्भाग्य से बार-बार कहने के बावजूद फौरी तौर पर कार्रवाई करके हर बार ऐसे लोगों को छोड़ दिया गया."


पोस्ट को लेकर फर्क बताया
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, "एक पोस्ट डालने का आपके सामने फर्क रखना चाहता हूं. एक पोस्ट डालने पर एक व्यक्ति को उठाकर तुरंत जेल के सलाखों के बीच में डाल दिया जाए, लेकिन खुलेआम एलान और धमकियां देने वाले व्यक्ति, जो पुलिस की उपस्थिति में जीभ काट देंगे, शरीर काट देंगे, टुकड़े-टुकड़े कर देंगे, की धमकी दे रहा है, उसके ऊपर कोई कार्रवाई ना की जाए. उसको मुकदमा दर्ज होने के बावजूद 10 दिन तक गिरफ्तार ना किया जाए. फिर जिस तरह से गिरफ्तार किया जाए और उसके बाद जिस तरह से घर छोड़ा जाए, यह मानसिकता इस बात को प्रदर्शित करती है कि इस तरह के लोगों को अपने वोट बैंक को साधने के लिए कौन प्रश्रय दे रहा है और जो लोग प्रश्रय दे रहे हैं, समाज उनको बहुत स्पष्टता के साथ में देख रहा है. समाज समय आने पर लोकतांत्रिक व्यवस्था के हिसाब से कार्रवाई करेगा."


'वोट बैंक के चलते निर्दोष की हत्या'
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, "प्रश्न यह है कि एक वोट बैंक के लालच में पुलिस पर जिस तरह का दबाव बनाया गया, उसके चलते एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर दी गई. उस परिवार को जिस तरह का सदमा और आघात पहुंचा है. आज भी जिस तरह का भय उस परिवार पर है. एनआईए जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि एनआईए ने कन्हैया लाल की हत्या की जांच करना प्रारंभ किया है. तकनीकी रूप से एक दिन पहले ही एनआईए को कस्टडी मिली है."


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