Rajasthan Elections: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का अशोक गहलोत पर हमला, कहा- 'जो राम को नहीं मानते, हम उनको...'
Rajasthan Election: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने जल जीवन मिशन में देश में सबसे ज्यादा पैसा राजस्थान को दिया. मोदी जी का संकल्प है कि हर घर तक हम पानी पहुंचाएंगे, लेकिन यह सरकार अपना काम नहीं कर पाई.
Gajendra Singh Shekhawat on Ashok Gehlot: राजस्थान के जोधपुर संभाग में बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा में भगवान श्री राम की एंट्री हो गई है. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर जोरदार हमला बोला. शेखावत ने कहा कि जो पार्टी राम को नहीं मानती, जिसकी सरकार बिजली-पानी नहीं दे सकती, उस सरकार को हम रहने नहीं देंगे, उखाड़ फेंकेंगे. इन सभाओं को केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत सहित अनेक बीजेपी नेताओं ने सम्बोधित किया. जैसलमेर और शिव में जनसमूह के बीच शेखावत ने कहा कि कांग्रेस की किसान, महिला, दलित व युवा विरोधी सरकार को उखाड़ फेंककर राजस्थान में सुशासन और कानून का राज स्थापित करने के लिए बीजेपी की सरकार बनाने की आवश्यकता है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने जल जीवन मिशन में देश में सबसे ज्यादा पैसा राजस्थान को दिया. मोदी जी का संकल्प है कि हर घर तक हम पानी पहुंचाएंगे, लेकिन यह सरकार उसमें भी अपना काम नहीं कर पाई. गहलोत सरकार न बिजली, न पानी, न सुरक्षा, न सलामती और न किसानों का कर्जमाफ कर सकी. ये सरकार केवल और केवल कुर्सी बचाने के संघर्ष में उलझी रही. इनकी आपसी लड़ाई के कारण राजस्थान के साढ़े सात करोड़ लोगों को खून के आंसू रोने के लिए मजबूर होना पड़ा है. यह सरकार जिस तरह से बार-बार होटल में बंद हुई, उसका दुष्परिणाम यह हुआ कि सरकार के विधायक बेलगाम हो गए.
मंत्री के दावा किया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया. विकास में राजस्थान नीचे के राज्यों में पहुंच गया, लेकिन भ्रष्टाचार में नंबर वन बन गया. शेखावत ने कहा कि अगर राजस्थान को भौगोलिक दृष्टि से बांटा जाए तो हर 12 किलोमीटर पर एक भ्रष्टाचारी रहता है. भ्रष्टाचार को राजस्थान में पनपाने का काम कांग्रेस सरकार ने किया है.
गांवों में बिजली आना बंद
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि यह सरकार फिर से नई योजनाएं और नई रेवड़ियां लेकर हमारे बीच आई है. मैं देखता हूं कि राजस्थान में जगह-जगह बोर्ड लगे हुए हैं, हम मुफ्त बिजली दे रहे हैं. मैंने जब से यह बोर्ड लगा देखा है, तब से गांवों में बिजली आना ही बंद हो गई है. 10-10 घंटे बिजली कटौती होती है. अभी जो बिजली आ रही है, अगले 2 महीने में वो भी बंद होने वाली है. क्योंकि बिजली बनाने वाली कंपनी को डिस्कॉम ने पैसा नहीं दिया. वो कोयला नहीं खरीद पा रहीं. हमारी थर्मल पावर की आधी से ज्यादा यूनिट बंद पड़ी हैं और अगले एक महीने में सब बंद होने वाली हैं.
फ्री मोबाइल बांट रहे हैं, उसका पैसा कोयले वालों को दे दो
शेखावत ने कहा कि ये फ्री मोबाइल बांट रहे हैं, उसका पैसा कोयले वालों को दे दो, लेकिन ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि सरकार में बैठे लोग महंगी बिजली प्राइवेट कंपनियों से खरीदने के लिए यह सब कर रहे हैं. ये 12 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीदते हैं और दो रुपए अपनी जेब में डालते हैं. इस भ्रष्टाचार के कारण आपके खेत में बिजली नहीं आ रही. मैं आपसे पूछना चाहता हूं, आपको फ्री मोबाइल चाहिए या बिजली चाहिए?
ये राम को नहीं मानने वाली सरकार
शेखावत ने पूछा कि जो राम को नहीं मानते, क्या उनको राज में आने देना चाहिए? ये खुद को गांधी जी का अनुयायी कहते हैं, जिनके मुख से गोली लगने के बाद तीन शब्द हे राम, हे राम, हे राम निकले थे, लेकिन ये राम को नहीं मानने वाली सरकार है. इनके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं कि मोदी जीत गया तो सनातन धर्म बढ़ जाएगा. उसकी ताकत बढ़ जाएगी.
क्या हम उनकी सरकार राजस्थान में बनने दे सकते हैं? मोदीजी राम का मंदिर बनवाते हैं और अशोक गहलोत की सरकार मंदिरों को क्रेन और बुलडोजर से ढहाती है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इनके इंडिया गठबंधन के नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का बेटा कहता है कि सनातन धर्म को खत्म करना है. मैं पूछना चाहता हूं कि क्या अशोक गहलोत और मल्लिकार्जुन खड़गे उसके इस स्टैंड के साथ खड़े हैं.
भारत माता की जय इन्हें पसंद नहीं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रवादी मानसिकता के लोग जहां भी इकट्ठा होते हैं तो अपनी हर बात को भारत माता की जय से शुरू करते हैं. राजस्थान की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी का जयपुर शहर में जिला सम्मेलन था. उनके ब्लॉक और मंडल अध्यक्ष ने भारत माता की जय का नारा लगा दिया. उनको लगा कि भारत माता की जय करने से जनता साथ खड़ी हो जाती है.
शायद हमारे साथ में भी खड़ी हो जाएगी, लेकिन इस जयकारे से दिल्ली से आईं उनकी पर्यवेक्षक नाराज हो गईं. उसने कहा, भारत माता की जय का नारा लगाना अनुशासन के खिलाफ है.