Rajasthan Politics: कुछ दिनों पहले राजस्थान सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक (Congress MLA) राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) को अपनी ही सरकार से सवाल पूछने पर बर्खास्त कर दिया गया था. राजेंद्र गुढ़ा ने एक लाल डायरी दिखाते हुए सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की अगुवाई वाली अपनी ही सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसी में आपके सारे काले कारनामे हैं. उनके इस बयान के बाद विधानसभा चुनावों से पहले विपक्षी नेताओं को एक मुद्दा मिल गया, इसको लेकर विपक्ष ने प्रदेश कांग्रेस सरकार और सीएम अशोक गहलोत पर कथित भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के आरोप लगाए.


रविवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस मुद्दे को लेकर राजस्थान सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे राजस्थान में भ्रष्टाचार व्याप्त है. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान में सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है. एक आम आदमी भी इसकी ताईद (पुष्टि) कर देगा कि यहां भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है. एक कैबिनेट मंत्री ने हजारों की उपस्थिति में मंच से कहा कि हमारे राजस्थान की सरकार इतिहास की सबसे भ्रष्ट सरकार है. 



राजेंद्र गुढ़ा को क्यों किया गया बर्खास्त?
दरअसल राजस्थान विधानसभा में बीते दिनों एक चर्चा के दौरान राजेंद्र गुढ़ा ने अपने ही सरकार पर उंगली उठाई थी. मणिपुर में महिलाओं पर हुए अत्याचार के मामले में चर्चा के दौरान राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि इसके लिए बीजेपी या केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराने से पहले हमें अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए. उनके इस बयान के कुछ ही देर बाद सीएम अशोक गहलोत का फैसला सामने आया था. अपने सरकार को लेकर इस तरह की बयानबाजी पर कार्रवाई करते हुए राजेंद्र गुढ़ा को तत्काल प्रभाव से मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया. गहलोत सरकार के इस फैसले ने राजस्थान सहित देश में सियासी पारा चढ़ा दिया.


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