Rajasthan Politics: '...तो चले जाओ और BJP को वोट दे देना', गहलोत सरकार के मंत्री किसानों पर भड़के, जानें ऐसा क्या हुआ?
Rajasthan Elections: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आपदा राहत मंत्री गोविंदराम मेघवाल के बीजेपी को वोट देने वाले बयान पर तंज कसा है. शेखावत ने कहा कि कांग्रेस के भीतर भारी फूट है.
Gajendra Singh Shekhawat Taunted Congress: राजस्थान (Rajasthan) के अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार के आपदा राहत मंत्री और कांग्रेस की चुनाव कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष गोविंदराम मेघवाल (Govind Ram Meghwal) घर पर मिलने आए किसानों पर गुस्सा हो गए. इतना ही नहीं गोविंदराम मेघवाल ने किसानों पर भड़कते हुए कहा कि अगर मुझसे नाराज हो तो चले जाओ और बीजेपी (BJP) को वोट दे देना. बात खत्म. मंत्री मेघवाल उस समय गुस्सा हो गए जब गुरुवार को उनके जयपुर स्थित सरकारी बंगले पर क्षेत्र के किसानों के एक समूह ने खाजूवाला और छतरगढ़ को अनूपगढ़ में शामिल करने के मुद्दे पर नाराजगी जताई.
मंत्री मेघवाल को किसानों ने कहा कि साढ़े चार महीने से हम लोग आंदोलन कर रहे हैं. सरकार हमारी नहीं सुन रही है. इससे किसान नाराज हैं. इस पर मेघवाल ने कहा कि नाराज होकर चले जाओ और वोट बीजेपी को दे देना बात खत्म.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कसा तंज
अब केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आपदा राहत मंत्री गोविंदराम मेघवाल के बीजेपी को वोट देने वाले बयान पर तंज कसा है. शेखावत ने कहा "कांग्रेस के भीतर भारी फूट है. चुनाव के बाद पार्टी टूट भी सकती है. गुरुवार को ट्वीट कर शेखावत ने कहा कि सुन लें कांग्रेसी बहन-भाई, राजस्थान कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष ने कह दिया है कि मुझसे नाराज हो तो बीजेपी को वोट दे देना."
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने क्या कहा
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि तुष्टिकरण, भ्रष्टाचार, बहन-बेटियों का जीना मुहाल करती, खराब कानून- व्यवस्था, विकास में पीछे, आपस की लड़ाई में आगे, पेपर लीक और योजनाओं में ठगी करने वाली अपनी ही सरकार से कांग्रेसी भी अब तंग आ चुके हैं. कांग्रेस के भीतर भारी फूट है. चुनाव के बाद पार्टी टूट भी सकती है. बता दें कि पिछले लंबे समय से खाजूवाला और छतरगढ़ में आंदोलन चल रहा है. दोनों तहसीलों को अनूपगढ़ की बजाय वापस बीकानेर में शामिल किए जाने की मांग की जा रही है. मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने किसानों को इसका आश्वासन भी दिया था कि मुख्यमंत्री इसकी जल्दी घोषणा कर देंगे.
यह है मामला
जिला बनाने वाली कमेटी के समन्वयक रामलुभाया से भी मुलाकात की गई है. उस समय उम्मीद थी कि जल्द ही किसानों की ये मांग पूरी हो जाएगी. किसानों ने एक महीने से बंद बाजार को वापस खुलवा भी दिया, लेकिन धरना जारी रखा. अब तो कोई निर्णय नहीं होने से छतरगढ़ और खाजूवाला क्षेत्र के किसान नाराज हो गए. आचार संहिता लगने वाली है. ऐसे में उनका धैर्य जवाब दे रहा है और इसीलिए किसान मंत्री और क्षेत्र के विधायक गोविंद राम मेघवाल से मिलने जयपुर पहुंच गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि अब तक निर्णय नहीं होने से नाराजगी है. मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि साढ़े चार महीने के आंदोलन से क्या हुआ. अब नाराज होकर चले जाओ और वोट बीजेपी को दे देना बात खत्म.
गौरतलब है कि गहलोत सरकार में मंत्री गोविंद राम मेघवाल इससे पहले भी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को हटाने के लिए कानून हाथ में लेना पड़ा तो वह लेंगे. कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भी पूर्व में वो कई बार टिप्पणी कर चुके हैं. यही नहीं उन्होंने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी के लिए हाल ही में कहा था कि उनकी हालत विधवा चाची जैसी है.