Kota News: भारतीय संस्कृति से जोड़ने के प्रयास के तहत गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज द्वारा देशभर में गीता जयंती पर, करोड़ों लोगों को एक साथ गीता के श्लोक पढ़ाने के लिए बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है. इस संबंध में गीता मनीषी एवं जीओ गीता परिवार के संस्थापक महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि 23 दिसंबर 2023 को गीता जयंती पर पवित्र गीता का उपदेश दिया जाएगा. उसी समय सुबह 11 बजे तीन श्लोक का पाठन और वाचन किया जाएगा. 


कार्यक्रम का उद्देश्य घर-घर तक गीता पहुंचे, जन-जन तक गीता का संदेश पहुंचे और सनातन संस्कृति को संभालना और संवारना उद्देश्य है. इसके माध्य से युवाओं में नई चेतना भरी जाए और उन्हें दुर्व्यसनों से दूर रखा जाए. इस कार्यक्रम के दौरान प्रथम, मध्य और अंतिम श्लोक पूरे देश में एक ही दिन में एक ही समय पर पढ़े जाएंगे.


'गीता से जुड़ कर बनेंगे संस्कारवान'
कोटा में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा, 'संस्था एवं समाज के माध्यम से लोगों को गीता पढ़ने का संदेश दिया जाएगा. हम सफलता के लिए काम कर रहे हैं, यह दृष्टि नहीं होनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि सब गीता से जुड़ें और आगे बढ़ें, हम जुड़ेंगे तो बच्चे भी जुड़ेंगे और बच्चे जुड़ेंगे तो वह संस्कारवान बनेंगे, गलत दिशा में नहीं जाएंगे, उनके भीतर नई चेतना जागृत होगी.


'साइड को रोकने का माध्यम है गीता'
इस संबोधन के दौरान स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कोटा के विषय में कहा कि यहां लाखों स्टूडेंट आते हैं, उन्हें भी गीता का ज्ञान करवाना चाहिए. हरियाणा सरकार स्कूली शिक्षा में गीता का संदेश दे रही है, गीता पढ़ने से धैर्य रहता है और बुरी आदतों से बच्चे दूर रहते हैं और सुसाइड की और नहीं जाते. उन्होंने कहा कि घर में माता पिता गीता पढ़ेंगे तो बच्चे भी पढ़ेंगे और उनमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, नई चेतना आएगी, मन शांत होगा, धैर्य बढ़ेगा और गलत कामों से बच्चे दूर रहेंगे. 


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