जाको राखे साइयां....दौसा में 18 घंटे की मशक्कत के बाद बोरवेल से सुरक्षित निकाली गई ढाई साल की बच्ची
Dausa News: देश के विभिन्न हिस्सों से आए दिन बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं सामने आती रहती हैं. ऐसा ही मामला दौसा में सामने आया. हालांकि, राहतकर्मियों की मशक्कत से बच्ची को बचा लिया गया.
Dausa Latest News: राजस्थान के दौसा (Dausa) में बोरवेल में गिरी एक ढाई साल की बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया गया है. बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह बच्ची बुधवार को खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी. बच्ची को बचाने के लिए जेसीबी की तीन मशीनों से आसपास के क्षेत्र में खुदाई शुरू कर दी गई थी. बच्ची को बचाने के लिए उसे एनडीआरएस, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीम लगी हुई थी. उनकी मेहनत रंग लाई और करीब 18 घंटे के बाद बच्ची को बोरवेल से निकाल लिया गया.
यह घटना बांदीकुई थाना क्षेत्र के जोधपुरिया गांव की है. शुरुआती जानकारी देते हुए थानाधिकारी प्रेमचंद ने बुधवार को बताया था कि ढाई साल की नीरू गुर्जर शाम को खेलते समय एक बोरवेल में जा गिरी और करीब 35 फुट की गहराई पर अटक गई.
बच्ची के बोरवेल से निकलते ही राहतकर्मियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. सभी वहां खुशी से नारेबाजी करते हुए देखे गए. सभी राहतकर्मी एक दूसरे को बधाई और शाबाशी देते हुए देखे गए. बच्ची को बोरवेल से निकालकर एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया.
#WATCH | Dausa, Rajasthan: Assistant Commander NDRF Yogesh Kumar says, "It was a 600 feet deep borewell and the girl was stuck at 28 feet...we successfully rescued her. 30 NDRF and 10 SDRF personnel were involved in the operation." https://t.co/N9YfH3GXFC pic.twitter.com/R04h10V0eZ
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 19, 2024
पुलिस और एनडीआरएफ ने जारी किया बयान
उधर, दौसा की एसपी रंजिता शर्मा ने कहा कि यह करीब 16-17 घंटे का अभियान रहा. पूरी टीम के लिए यह बड़ी सफलता की बात रही है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस ने अपना सहयोग दिया. हम सुरक्षित बच्ची को उसके माता-पिता को सौंप पाए यह हमारी बड़ी उपलब्धि रही.
एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडर योगेश कुमार ने कहा, ''इसमें बड़ी समस्या यह थी कि यह 600 फीट गहरा बोरवेल था. और बच्ची 28 फीट की गहराई में फंसी हुई थी. हमने सफलतापूर्वक उसे बचा लिया. एनडीआरएफ के 30 और एसडीआरएफ के 10 कर्मी इस अभियान में शामिल थे.''
बचाव टीम ने बोरवेल से उसे निकालने के लिए साथ में ही गड्ढे खोदने शुरू कर दिए थे. योगेश कुमार ने कहा कि बच्ची 28 फीट पर फंसी हुई थी तो हमने 31 फीट तक का गड्ढा खोदा. हमने सुरक्षा का ध्यान रखा ताकि उसकी जान को कोई खतरा ना हो. बारिश होती रही लेकिन हमने प्रयास जारी रखा. हमने अहतियातन तिरपाल भी मंगा लिया था ताकि राहत कार्य में बाधा ना आए.
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