एक्सप्लोरर
Advertisement
Govardhan Puja 2022: दीपावाली के अगले दिन नहीं होगी गोवर्धन पूजा, टूटेगी सालों की परंपरा, जानें- क्यों?
Govardhan Puja-Annakut Mahotsav 2022: नाथद्वारा (राजसमंद) के श्रीनाथजी मंदिर में इस बार सूर्यग्रहण के कारण अन्नकूट महोत्सव दीपावली के आठ दिन बाद होगा. गोपाष्टमी और अक्षय नवमी को यह आयोजन होगा.
Govardhan Puja-Annakut Mahotsav 2022: हिंदू (Hindu) परंपरा और तिथि के हिसाब से हर साल दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) और अन्नकूट महोत्सव (Annakut Mahotsav) मनाया जाता है. इस दिन भगवान को बाजरा, चावल, मूंग और मोठ सहित कई तरह के व्यंजनों का भोग लगाया जाता है. मगर इस साल यह परंपरा टूटने वाली है. हर किसी के मन में यही सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? दरअसल दीपावली (Diwali 2022) के अगले दिन गोवर्धन पूजा नहीं होगी, इसकी वजह है खंडग्रास सूर्यग्रहण.
इस बार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी युक्त प्रदोष व्यापिनी अमावस्या पर 24 अक्टूबर को दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा. वहीं इसके अलगे दिन कार्तिक कृष्ण अमावस्या 25 अक्टूबर को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा. इसके चलते इस बार दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा नहीं हो सकेगी. वहीं प्रभु को अन्नकूट का भोग भी नहीं लगेगा. बात करें जयपुर की तो यहां 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 32 मिनट पर सूर्यग्रहण शुरू होगा, जो सूर्यास्त के बाद तक शाम 6 बजकर 32 मिनट तक होगा.
दीपावली के आठ दिन बाद अन्नकूट महोत्सव
इस बीच सूर्य शाम 5.50 बजे अस्त हो जाएगा. वहीं सूर्योदय से पहले तड़के 4 बजकर 15 मिनट पर सूर्यग्रहण का सूतक लग जाएगा. ऐसे में इस दिन न गोवर्धन पूजा होगी और न ही ठाकुरजी को अन्नकूट का भोग लगेगा. नाथद्वारा (राजसमंद) के श्रीनाथजी मंदिर में इस बार सूर्यग्रहण के कारण अन्नकूट महोत्सव दीपावली के आठ दिन बाद होगा. गोपाष्टमी और अक्षय नवमी को यह आयोजन होगा, जिसमें आदिवासी ठाकुरजी के सम्मुख अन्न लूटेंगे.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, राज्य और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
बॉलीवुड
Advertisement
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion