Govind Guru Tribal University Exam: राजस्थान (Rajasthan) में परीक्षाओं को लेकर कई अनियमितताएं चल रही हैं. वह चाहे प्रतियोगी परीक्षा हो या फिर विश्वविद्यालय स्तर की, दोनों में कुछ न कुछ परेशानियां आ रही हैं, जिससे स्टूडेंट पर काफी असर पड़ रहा है. हाल ही में बांसवाड़ा (Banswara) स्थित गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय (Govind Guru Tribal University) में भी इसी प्रकार की एक अनियमितता का मामला सामने आया है. यहां सालाना परीक्षाएं चल रही हैं, जिसमें छात्र हिंदी मीडियम में परीक्षा की तैयारी कर गए थे, लेकिन जैसी ही पेपर हाथ में आया तो उनके होश उड़ गए, क्योंकि पूरा पेपर अंग्रेजी माध्यम में था.
इसके बाद परीक्षा के दौरान ही छात्रों ने शिकायत की और जैसे-तैसे पेपर दिया, हालांकि हिंदी मीडियम के सभी छात्रों का पेपर बिगड़ गया, जिनकी संख्या सैकड़ों में हैं. छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय से प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी मीडियम दोनों में दिए जाने का प्रावधान है, फिर भी गुरुवार को सुबह बीकॉम प्रथम वर्ष में बिजनेस मैनेजमेंट का पहला पेपर सिर्फ अंग्रेजी मीडियम का वितरित किया गया. इस कारण हिंदी मीडियम के स्टूडेंट्स पेपर समाप्त होने के बाद निराश होकर लौटे. तैयारी बेकार हो गई.
बांसवाड़ा और डूंगरपुर में ऐसा ही मामला आया सामने
उन्होंने आगे बताया कि 100 नंबर के पेपर के लिए डेढ़ घंटे का समय निर्धारित था. छात्र-छात्राओं को 100 सवाल में से 50 सवाल करने थे. सभी पेपर हिंदी-अंग्रेजी दोनों माध्यम में दिए जा रहे हैं, लेकिन सिर्फ अंग्रेजी माध्यम का पेपर हाथ में आने से छात्रों की धड़कनें बढ़ गईं. यह स्थिति राजस्थान के बांसवाड़ा के अलावा डूंगरपुर जिले में भी सामने आई है. परीक्षा होने के बाद स्टूडेंट ने मामले की जानकारी पत्र के जरिए कॉलेज प्रिंसिपल को दी है. इसके अलावा यूनिवर्सिटी को भी मेल कर समस्या बताई गई है.
परीक्षा नियंत्रक ने कही ये बात
छात्रों का कहना है कि हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा हो जाए या बोनस अंक दिए जाए. गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. नरेंद्र पानेरी ने बताया कि छात्रों की शिकायत प्राप्त हुई है. ऐसे में उन्हें बोनस अंक दिए जा सकते हैं, लेकिन अभी इस मामले में समिति ही निर्णय करेगी कि पेपर दोबारा कराया जाए या बोनस अंक दिए जाए.
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