Rajasthan News: ग्रेटर जयपुर नगर निगम की महापौर के रूप में सौम्या गुर्जर ने तीसरी बार मेयर का कामकाज संभाल लिया है. शनिवार की दोपहर एक बार फिर हलचल बढ़ गई थी. उसी बीच सौम्या गुर्जर ने कामकाज संभाल लिया है. सौम्या ग्रेटर नगर निगम मुख्यालय पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचीं और उन्होंने पूजा अर्चना कर अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया. इस अवसर पर कई समितियों के अध्यक्ष मौजूद रहे. सौम्या गुर्जर को  स्वायत्त शासन निदेशालय ने शुक्रवार को न्यायिक प्रक्रिया में अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. स्वायत्त शासन निदेशालय ने सौम्या गुर्जर को 18 नवंबर तक का समय अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए दिया है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए सौम्या गुर्जर ने ग्रेटर नगर निगम में मेयर का पदभार ग्रहण किया है.


दो दिन पहले हुआ था मतदान
नगर निगम ग्रेटर (जयपुर) के लिए गुरुवार दोपहर 2 बजे तक उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई थी. लेकिन इसी बीच राजस्थान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को बड़ा झटका देते हुए महापौर के निलंबित के आदेश को रद्द कर दिया. जिसमें सरकार ने सौम्या गुर्जर को बर्खास्त किया था. जस्टिस महेश गोयल ने कहा था कि राज्य सरकार को सौम्या का पक्ष सुनना चाहिए था. याचिकाकर्ता को सुनवाई का मौका दिए बगैर महापौर पद से बर्खास्त करने पर हाईकोर्ट ने सरकार के आदेश को निरस्त कर दिया था.


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सौम्या गुर्जर ने लिखी थी ये लाइनें
हाईकोर्ट के आदेश के बाद सौम्या गुर्जर ने 10 नवम्बर को ये कुछ लाइने सोशल मीडिया पर लिखी थी. जो चर्चा का विषय बना हुआ था. ' संघर्ष भरा जीवन तेरा,संघर्षों से घबराना नहीं. जब रात हो काली तो समझो,होने वाली है शुभ दिवाली. जीवन के इस रण में,तुमको विश्वास अटल रखना होगा. सो बार गिरो फिर भी उठना,तेरा लक्ष्यभेद तभी होगा . है अग्निपथ सा ये जीवन,तू निर्भीक निडर होकर इस पर चल. चरण पखारेगी मंज़िल,निश्चित होगी तेरी विजय. परचम तू ही लहराएगी,हो एकाग्र तू चलती चल,बस चलती चल. विजय सुनिश्चित है तेरी, आज नहीं तो निश्चित कल.'


शील धाबाई भी चर्चा में हैं
सौम्या गुर्जर के निलंबन के बाद राज्य सरकार ने शील धाबाई को कार्यवाहक महापौर बना दिया था. अब उन्हें हटना पड़ा. 28 जून को हाईकोर्ट ने निलंबित किए जाने के आदेश पर स्टे देने से मना कर दिया था.  इसके बाद में सौम्या गुर्जर ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी. आज एक बार फिर शील धाबाई चर्चा में है.