Rajasthan News: रीट परीक्षा पेपर आउट मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्ष लगातार सरकार को घेरे हुए है. इसी बीच विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने रविवार को तीन वीडियो जारी कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कटारिया ने यह तक कह दिया कि रीट परीक्षा के पेपर आउट में राजनीतिक संरक्षण है और प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी छीटे है. यहां की पुलिस के हाथ से मामला बाहर निकल गया है, इसलिए सीबीआई जांच होनी चाहिए जिससे मामले की सत्यता राजस्थान की जनता के सामने आए. बता दें कि मामले में एसओजी ने जांच की थी जिसके बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डीपी जारोली सहित अन्य को सरकार ने बर्खास्त किया था. मामले की जांच अभी चल रही है.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर लगाए गंभीर आरोप 
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राजस्थान में अध्यापकों की भर्ती के लिए जो रीट परीक्षा का आयोजन किया जिसमें 1600000 बच्चों ने अपना आवेदन किया और सितंबर में परीक्षा 1400000 बच्चों ने राजस्थान के दूरदराज सेंटरों पर जाकर परीक्षा सम्पन्न की. सारे राजस्थान में परीक्षा की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए वहां के एडीएम और पुलिस को जिम्मेदारी दी. केवल और केवल जयपुर जिले की व्यवस्था के लिए बोर्ड के अध्यक्ष जारोली और सरकार की मिली-जुली योजना के अनुसार यहां की शिक्षा संकुल की जिम्मेदारी जिन लोगों को दी. यह सारे के सारे लोग राजस्थान के मुख्यमंत्री जो राजीव गांधी स्टडी सर्कल के ऑल इंडिया चेयरमैन है जिसके नेशनल कोऑर्डिनेटर सुभाष गर्ग है. इन्होंने 19 फरवरी 2021 को जो कोऑर्डिनेटर की सूची जारी की उस सूची में 3 लोगों को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी.


उसमें प्रदीप पाराशर, गोठवाल और सुभाष यादव है. और चौथा व्यक्ति इन्होंने उसको लगाया है जो प्राइवेट कॉलेज चलाता है और स्वयं उस पर कॉलेज में परीक्षा का सेंटर है वह है राम कृपाल मीणा. यह जिस ढंग से पेपर की चोरी हुई है इस चोरी में इन सब लोगों के शरीक होने और करोड़ो रुपए में बेचने का षड्यंत्र हुआ है. यह उस संस्था के जिम्मेदार लोगों जिनको मुख्यमंत्री स्वयं ने कोआर्डिनेटर के रूप में नियुक्त किया था फरवरी 2021 में उन्हीं में से अधिकांश लोग इसमें है. इसका मतलब बाकी राजस्थान में तो प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस सुरक्षा करें और यहां वह लोग सुरक्षा करें जो राजीव गांधी स्टडी सर्कल के नामजद कोऑर्डिनेटर बनाए गए अशोक गहलोत जी के द्वारा. इसका मतलब यह स्कैंडल पॉलीटिकल है जैसा कि बोर्ड अध्यक्ष जारोली जी ने आरोप लगाया कि इस पेपर आउट में राजनीतिक संरक्षण है. 


सीबीआई से होनी चाहिए जांच
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि बात स्पष्ट हो जाती है कि जिस राज्य का मुखिया जिस संगठन का चेयरमैन हो और जिसके द्वारा लोग नॉमिनेट किए गए, वही लोग पेपर चोरी में शरीक हो इसका मतलब यह इस कैंडल यहां की पुलिस के पल्लू से बाहर जा रहा है. इसलिए इसको तुरंत सीबीआई को देकर जांच कराई जाएं तभी जाकर के राजस्थान के मुखिया मुख्यमंत्री के ऊपर भी जो छीटा आ रहा है उसके बारे में सच्चाई राजस्थान की जनता के सामने आए.


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