राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) को असम का राज्यपाल बनाया गया है. यह खबर ऐसे खबर ऐसे समय आई जब राजस्थान बीजेपी के सभी नेता रविवार को दौसा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के स्वागत की तैयारियों में जुटे थे. प्रधानमंत्री दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे (Delhi-Mumbai Expressway) पर दिल्ली-दौसा खंड का उद्घाटन करने आने वाले थे. कटारिया के राज्यपाल बनाए जाने से राजस्थान बीजेपी में खुशी की लहर दौड़ गई. उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया. 


राज्यपाल बनाए जाने पर क्या बोले कटारिया


वहीं कटारिया ने कहा कि उन्हें इसकी पहले से कोई जानकारी नहीं थी.उन्होंने कहा कि वे अपने काम में व्यस्त थे. पूजा-पाठ कर बाहर आया तो घर के लोगों और मीडिया से ये खबर मिली.इस पद को लेकर दिल्ली में आलाकमान से चर्चा के सवाल पर कटारिया ने कहा कि मेरी ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले पीएम मोदी का फोन जरूर आया था.तब प्रधानमंत्री ने सामान्य हालाचाल जाना था. तबीयत के बारे में पूछा और सामान्य बातचीत हुई. विधानसभा के बारे में बातचीत हुई. लेकिन तब भी ऐसा नहीं लगा कि मुझे वो कोई बड़ी जिम्मेदारी देने वाले हैं.


राजस्थान विधानसभा में बीजेपी


कटारिया के राज्यपाल बनाए जाने के बाद से राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया है. माना जा रहा है कि बीजेपी इसी हफ्ते नए नेता प्रतिपक्ष का फैसला कर लेगी. बजट सत्र को देखते हुए भी नए नेता प्रतिपक्ष का नाम जल्द तय होने की संभावना है.नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल आदि का नाम चर्चा में है. इस पर फैसला आलाकमान को लेना है. हो सकता है कि कोई चौकाने वाला नाम भी सामने आए.


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