Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी गुरुवार सुबह कोटा के अनंतपुरा से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने वाले हैं. अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही गुटों के पोस्टर से शहर अटा पड़ा है. जगह-जगह पोस्टर, बैनर और होर्डिंग लगाकर पसंदीदा नेता की छवि चमकाने की कोशिश की गई है. लेकिन भारत जोड़ो यात्रा निकलने से पहले दोनों खेमों की गुटबाजी सामने आ गई. वायरल हो रहे एक वीडियो में सचिन पायलट समर्थकों के पोस्टर हटाए जा रहे हैं. कार्यकर्ताओं के विरोध करने पर नगर निगम ने कहा कि परमिशन नहीं है.


पायलट समर्थक के लगाए पोस्टर को निगम ने हटाया


मंगलवार को नगर निगम की टीम ने सुबह 11 बजे से पोस्टर को हटाना शुरू किया. पायलट समर्थक क्रांति तिवारी की ओर से पोस्टर लगाए गए थे. क्रांति तिवारी कांग्रेस सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं. पोस्टर में राहुल गांधी, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, रघु शर्मा और क्रांति तिवारी के फोटो अनन्तपुरा से लेकर एरोड्राम तक सड़क किनारे लगे हुए थे. उसी दौरान पायलट समर्थक मनीष गुर्जर मौके पर पहुंच गए और पोस्टर को हटाने का विरोध किया. पायलट समर्थक कार्यकर्ता ने कहा कि सिर्फ मंत्री और जिलाध्यक्ष का पोस्टर लगा रहेगा, बाकी दूसरों के हटाएंगे. उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है. निगम का कहना था कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में बिना परमिशन लगे पोस्टर को टीम हटा रही है.


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भारत जोड़ो यात्रा निकलने से पहले गुटबाजी सामने


कांग्रेस नेता ने कहा कि समझ में नहीं आया कि पोस्टर क्यों हटाए. राहुल गांधी का स्वागत करने का हमारा भी अधिकारी बनता है. निगम कर्मचारी ने ऊपर के आदेश और प्रशासन की अनुमति से पोस्टर हटाने की बात कही. क्रांति तिवारी का कहना था कि लगता नहीं किसी ने बाकी पोस्टर, बैनर के लिए परमिशन ली होगी. उन्होंने जवाब दिया कि राहुल गांधी हमारे नेता हैं. उनकी भारत जोड़ो यात्रा से कार्यकतार्ओं में जोश है. हमने पीले चावल बांटे, जन जागरण किया, रैलियां निकाली. आपस में सहयोग कर फ्लेक्स, होर्डिंग, पोस्टर लगाए थे. अचानक प्रशासन ने हटाना शुरू कर दिया. इस बारे में स्थानीय नेता, जिला अध्यक्ष को बता दिया गया है. प्रशासन ने परमिशन नहीं होने का हवाला दिया. निगम के अधिकारी कह रहे हैं कि परमिशन नहीं होने की वजह से पोस्टर हटाया गया है. गुटबाजी का नजारा शहर में चर्चा का विषय बन गया है.