राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस से गठबंधन करेंगे हनुमान बेनीवाल? फंसा दिया बड़ा पेच
Rajasthan Bypolls 2024: हनुमान बेनीवाल ने स्पष्ट किया है कि अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन होता है तो रालोप चार सीटों की डिमांड रख रही हैं जबकि 2023 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने तीन सीटें जीती थीं.
Hanuman Beniwal on Rajasthan Assembly Bypolls 2024: राजस्थान में पिछले 6 महीने पहले विधानसभा चुनाव हुए. अब फिर पांच सीटों पर उपचुनाव होंगे. इसके लिए यहां पर पांच सांसदों ने इस्तीफे दिए हैं. ये पांचों यहां पर कई बार के विधायक रहे हैं लेकिन रोचक बात यह है कि हनुमान बेनीवाल ने बड़ा दांव चल दिया है. इससे यहां की राजनीति में हलचल तेज है.
कांग्रेस के साथ गठबंधन में हनुमान बेनीवाल ने नागौर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत मिली. अब वो विधानसभा की पांच सीटों में से तीन-चार पर खुद की पार्टी के उम्मीदवार की मांग कर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी में हलचल है क्योंकि पांच सीटों में 3 पर कांग्रेस के विधायक हैं. इन सीटों पर कांग्रेस हनुमान बेनीवाल के साथ सीट शेयरिंग क्यों करेगी?
अब हनुमान बेनीवाल डटे हुए हैं. खींसवर विधानसभा सीट पर बेनीवाल अपने भाई पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल को उतारना चाहते हैं. हनुमान बेनीवाल का कहना है कि पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर अगर अलायंस रहा तो आरएलपी चार सीट मांग रही है. हालांकि, अगर गठबंधन नहीं रहता है तो सभी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला संभव है.
हनुमान बेनीवाल का कहना है कि पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर अगर एलाइंस रहा तो आरएलपी चार सीट मांग रही है और अगर नहीं रहा तो कितनी सीटों पर लड़ेंगी ? मतलब, अब उपचुनाव में त्रिकोणीय माहौल देखने को मिलने वाला है ? @hanumanbeniwal pic.twitter.com/ZIrv6uUAdy
— Santosh kumar Pandey (@PandeyKumar313) June 18, 2024
राजस्थान की इन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
झुंझुनूं से बृजेन्द्र ओला सांसद बने और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. यहां पर उपचुनाव होना है जिसके लिए हनुमान बेनीवाल ने अपना उम्मीदवार उतारने की मांग रख दी है. इससे यहां पर कांग्रेस असमंजस में है. वहीं, बीजेपी यहां पर दूसरे प्रयोग करने जा रही है.
देवली-उनियारा सीट के लिए भी हनुमान बेनीवाल ने मांग कर दी है. इस सीट से कांग्रेस के हरीश-मीणा विधायक थे और अब सांसद बन गए हैं. देवली-उनियारा सीट गुर्जर-मीणा बाहुल्य है.
दौसा सीट से मुरारी लाल मीणा विधायक थे और अब सांसद बन गए हैं. इस सीट पर भी हनुमान बेनीवाल ने अपना उम्मीदवार उतारने की मांग की है. यहां कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी इसलिए यहां भी पेच फंस गया है.
बांसवाड़ा जिले की चौरासी विधानसभा सीट से विधायक रहे राजकुमार रोत अब सांसद बन गए हैं. यहां पर बाप चुनाव मैदान में अकेले रहेगी और बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी रहेंगे. इस सीट पर बेनीवाल ने दावा नहीं किया है.
खींवसर सीट से खुद हनुमान बेनीवाल ने चुनाव जीता था और विधायक बने थे. ये सीट भी बेनीवाल अपने पास रखना चाहते हैं और अपने भाई नारायण बेनीवाल को टिकट देना चाहते हैं.
कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला?
चौरासी और दौसा विधानसभा सीट छोड़कर बाकी तीन सीटों पर त्रिकोणीय माहौल हो सकता है. क्योंकि, झुंझुनूं, देवली-उनियारा और खींसवर सीट पर हनुमान बेनीवाल अपनी आरएलपी के उम्मीदवार उतार सकती है. इसलिए यहां पर बीजेपी, कांग्रेस और आरएलपी में त्रिकोणीय मुकाबला रह सकता है. इसकी भूमिका कल हनुमान बेनीवाल ने खुद बना दी है.
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