Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में अब कुछ ही महीने बाकी हैं. चुनावों से पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (Rashtriya Loktantrik Party) के सुप्रीमो और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) चुनावी समीकरण बैठाने के लिए सक्रिय हो चुके हैं. बेनीवाल बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) से गठबंधन नहीं करने का दावा कर रहे हैं.


राजस्थान विधानसभा के आगामी चुनावों में तीसरा मोर्चा पहला मोर्चा बनेगा इसका भी दावा कर रहे हैं. राजस्थान में तीसरे मोर्चे को मजबूत करने के लिए बेनीवाल ने  पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर डोरे डालने भी शुरू कर दिए हैं. सांसद हनुमान बेनीवाल ने सचिन पायलट को कांग्रेस छोड़ने की एक बार फिर सलाह दे डाली. हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट को कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनानी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने तो पहले भी कहा था कि सचिन पायलट अगर नई पार्टी बनाते हैं तो हम उनसे गठबंधन करेंगे, मैं तो चाहता हूं कि सचिन पायलट जिस तरह कांग्रेस में बार-बार अपमानित हो रहे हैं उन्हें अब कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए.


'अपनी पार्टी बनाएं पायलट, हम देंगे साथ'
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि मैं सचिन पायलट को कहता हूं कि आप कांग्रेस छोड़कर अपनी अलग पार्टी बनाएं तो हम उनके साथ फिर गठबंधन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पायलट के पार्टी बनाने से कांग्रेस की फूट का फायदा मिलेगा. बीजेपी में भी फूट है उसका भी फायदा तीसरे मोर्चे को मिलेगा. पायलट के नई पार्टी बनाने से राजस्थान के चुनावों में जबरदस्त माहौल बनेगा. इसका प्रभाव भी देखने को मिलेगा. बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस बीजेपी दोनों ही पार्टियां बहुत पीछे चली जाएंगी.


'बहुत बड़े नेता थे पायलट के पिता'
सांसद बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट बहुत बड़े नेता थे. उन्होंने मंत्री पद से लेकर बड़े पदों तक काम किया. पायलट खुद भी मंत्री, उपमुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. हम लोगों ने पार्टी बनाई. हमारा तो कोई बड़ा बैकग्राउंड ही नहीं था. हम तो कभी सत्ता में नहीं रहे. पिछले 40 साल का सफर हम तो हमेशा से विपक्ष में रहकर ही लड़ते रहे हैं.


'राजे का अब राजस्थान में प्रभाव नहीं'
सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में जबरदस्त फूट है. बीजेपी में 12 से 13 नेता मुख्यमंत्री के दावेदार हैं. हर कोई सीएम बना हुआ है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का राजस्थान में अब प्रभाव नहीं रहा है. अगर राजे का प्रभाव होता तो पिछली बार भी वे ही थीं. रिजल्ट क्या रहा सबके सामने है. पिछली बार कई सीटों पर बीजेपी की मैंने भी मदद की थी.


इस बार बीजेपी की राह बिल्कुल आसान नहीं है. मैं उनकी कोई भी मदद नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में हम बीजेपी-कांग्रेस किसी से भी कोई गठबंधन नहीं करेंगे. आरएलपी कांग्रेस-बीजेपी को रोकने के लिए काम करेंगी. बेनीवाल ने कहा कि हम सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. राजस्थान में जिसका जैसा प्रभाव है उससे हम गठबंधन पर विचार करेंगे.


उन्होंने कहा कि अलग-अलग इलाकों में कई दलों का प्रभाव है. कई जगह ट्राइबल पार्टी का प्रभाव है, कई जगह बसपा तो कई दूसरी पार्टियां भी हैं जिनसे गठबंधन पर विचार किया जा रहा है.


'पायलट समर्थकों का ध्यान खींचने में लगे हैं बेनीवाल'
राजनीतिक जानकार सांसद हनुमान बेनीवाल के इस बयान को आगामी चुनाव की रणनीति से जोड़कर देख रहे हैं. हनुमान बेनीवाल अपनी पार्टी का विस्तार करने और उसे बढ़ाने के लिए मजबूत गठबंधन के साथी की तलाश कर रहे हैं. बेनीवाल पायलट  के समर्थकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए रणनीति के तहत बयान दे रहे हैं.


राजस्थान के गुर्जर नेता व कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता रहे राजेश पायलट के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने पार्टी कभी नहीं छोड़ी लेकिन वो मुखर होकर अपनी बात जरूर पार्टी के सामने रखते थे. राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री व टोंक विधायक सचिन पायलट की ओर से पार्टी छोड़ने के अभी तक कोई संकेत नहीं आए हैं. हमेशा ही कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बयान देकर अपनी स्थिति स्पष्ट करते रहे हैं. 


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