Hanuman Beniwal on Rajasthan Budget: राजस्थान की भजन लाल सरकार का पहला पूर्णकालिक बजट वित्त मंत्री दीया कुमारी द्वारा बुधवार को पेश किया गया. इस बजट की घोषणा को 2047 के विजन विकसित राजस्थान की तर्ज पर देखा जा रहा है. वित्त मंत्री दिया कुमारी ने बजट की घोषणा में किसान बेरोजगारी, इंफ्रास्ट्रक्चर, पानी, बिजली, स्वास्थ्य को लेकर घोषणाओं का अंबार लगा दिया है. हालांकि सरकार बजट को लेकर विपक्ष के निशाने पर है. 


इस बजट की घोषणाओं को नागौर लोकसभा सीट से सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. बेनीवाल ने इस बजट की घोषणा को धरातल पर नहीं उतरने वाला बताया है. सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने फेसबुक पेज पर बजट को लेकर एक पोस्ट शेयर की है





'बजट भाषण भी दिल्ली से टाइप होकर आया है'


हनुमान बेनीवाल ने लिखा, ''राजस्थान विधानसभा में प्रदेश की वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए बजट में गांव,किसान और मजदूर का कल्याण करने से जुड़ी ठोस कार्ययोजनाओं का अभाव दिखा. बजट भाषण में वित्त मंत्री द्वारा बार -बार केंद्र की योजनाओं का जिक्र किया जा रहा था जिससे यह भी स्पष्ट हुआ की मुख्यमंत्री के नाम की पर्ची जिस तर्ज पर दिल्ली से आई उसी तरह बजट भाषण भी दिल्ली से टाइप होकर आया है.''


सांसद बेनीवाल ने लिखा, ''बजट की अधिकतर घोषणाएं धरातल पर नहीं उतरेगी और मैं बजट भाषण की प्रति को पढ़ रहा था. उसमें नागौर जिले के मेड़ता और जायल क्षेत्र से संबंधित जिन सड़कों तथा खाटू में ROB की घोषणा हुई, उन कार्यों की स्वीकृति तो मार्च 2024 में ही CRIF योजना के अंतर्गत हो चुकी थी, जिनके प्रस्ताव भी मेरे द्वारा सांसद के रूप में मेरे प्रथम कार्यकाल में ही केंद्र सरकार को भेजे जा चुके थे ऐसे में स्वीकृत हो चुके कार्यों को पुन: बजट घोषणा का हिस्सा दिखाना यह साबित करता है कि राजस्थान सरकार की अधिकतर बजट घोषणाएं केवल दिखावा मात्र हैं.


'रोजगार देने की बात भी केवल दिखावा मात्र'


हनुमान बेनीवाल ने लिखा, ''मुख्यमंत्री ने जब बजट पूर्व संवाद किया तब लगा था कि प्रदेश में जमीनी स्तर पर व्याप्त समस्याओं का समाधान करने की दिशा में कार्य करेंगे लेकिन बजट भाषण में ऐसा कुछ नजर नहीं आया और इन तमाम बातों से यह भी स्पष्ट होता है कि 5 साल में 4 लाख युवाओं को रोजगार देने की बात भी केवल दिखावा मात्र है''.


हनुमान बेनीवाल ने लिखा,''पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भाजपा ने किसान कर्ज माफी की घोषणा को लेकर 5 साल तक कांग्रेस का मजाक बनाया था, मैं अब भाजपा सरकार से पूछना चाहता हूं कि अब तो आप शासन में हो ऐसे में किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी के संदर्भ में बजट में कोई भी बात क्यों नहीं की गई?''. 
 
हनुमान बेनीवाल ने लिखा, ''किसानों की कर्ज माफी करने,स्टेट हाइवे को टोल फ्री करने, बूंद -बूंद सिंचाई योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले कृषि कनेक्शन को एक वर्ष में ही सामान्य श्रेणी में तब्दील करने जैसे निर्णय का अभाव इस बजट में नजर आया जो दुर्भाग्यपूर्ण है वहीं पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करने के लिए वैट भी नहीं घटाया गया.''