Hathras Stampede News: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले में भी एसपी सिंह उर्फ भोले बाबा (Bhole Baba) कई बार सत्संग के कार्यक्रम कर चुके हैं. भरतपुर और डीग जिले में भोले बाबा के हजारों की संख्या में अनुयायी हैं. जिले में वर्ष में एक-दो बार सत्संग के कार्यक्रम होते हैं. भोले बाबा के कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग प्रवचन सुनने आते हैं. भोले बाबा के सत्संग का कार्यक्रम अक्सर सड़क के किनारे खेतों में ही होता है जिससे सत्संग में आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की बैठने की व्यवस्था हो सके. कार्यक्रम में बैठने की व्यवस्था भी उसी हिसाब से की जाती है लंबा चौड़ा पंडाल लगाया जाता है.

 

भरतपुर जिले के रूपवास कस्बे में 8 फरवरी 2024 को भोले के सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया था. बताया गया है कि सत्संग जहां भी होता है मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम कमेटी की ओर से सभी अनुयायी को सूचना दे दी जाती है, जिससे लोग भोले बाबा के सत्संग में पहुंच जाते हैं.

 

कोरोना काल में हुआ था भोले बाबा पर मामला दर्ज 

एसपी सिंह उर्फ भोले बाबा पर कोरोना के समय 11 जून 2020 को शहर के मथुरागेट थाने में मामला दर्ज हुआ था. कोरोना काल में भोले बाबा मथुरा गेट थाना क्षेत्र में एक निजी अस्पताल में इलाज कराने आए थे. अस्पताल में भोले बाबा के पहुंचने की सूचना पर भोले बाबा के श्रद्धालु अस्पताल पहुंच गए थे. लोगों की ओर से कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया था और किसी ने भी मास्क नहीं लगा रखा था. मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लोगों को काफी समझाया लेकिन लोग अपनी मनमानी करते रहे.

 

पुलिस ने भोले बाबा और एक एएसआई सहित और लगभग 100-150 इनके अनुयायी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. पुलिस की ओर से 100-150 लोगों द्वारा धारा 144 का उल्लंघन मानते हुए धारा 188, 269 और 270 आईपीसी और धारा 51 डिजास्टर एंड मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत दंडनीय अपराध होने पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी.

 

बुजुर्ग दंपती भी गए थे हाथरस सत्संग में 

डीग जिले के जनूथर थाना क्षेत्र के गांव दांतलौठी से एक बुजुर्ग दंपती हाथरस भोले बाबा के सत्संग में गए थे. लेकिन, जब हादसा हुआ तो बुजुर्ग दंपती पंडाल में ही एक तरफ खड़े रहे. उनका कहना था कि भोले बाबा के सत्संग में भाग लेने के लिए गांव से वह दोनों ही गए थे. भोले बाबा के सत्संग में गांव से काफी लोग जाते हैं, लेकिन इस बार नहीं गए. उन्होंने बताया कि सत्संग समाप्त होने के काफी देर बाद अफरा-तफरी मची थी, जिससे कई लोगों की जान गई है. बुजुर्ग दंपती सकुशल अपने गांव पहुंच गए हैं.