Rajasthan News: सर्दी बढ़ते ही लोग अपने खान-पान में वृद्धि कर देते हैं, कहते हैं सर्दी में फुल खाओ, खाने का मजा तो सर्दी में ही है, लेकिन यदि आपकी उम्र 40 साल से अधिक हो रही है तो आप सावधान हो जाइए. आपके दिल और दिमाग को कंट्रोल में रखिए नहीं तो अनहोनी हो सकती है. लेकिन यदि आपने व्यवस्थित जीवन शैली अपनाई तो आप स्वस्थ्य और मस्त रह सकते हैं. हम आपको चिकित्सकों की खास बातों से अवगत करा रहे हैं ताकि आप घर बैठे अपनी सेहत का ध्यान रख सकें.
नसे सिकुड़ जाती हैं, खून गाढ़ा हो जाता है
वरिष्ठ ह्दय रोग विशेषज्ञ (Senior Cardiologist) डॉ. साकेत गोयल ने बताया कि सर्दी के दिनों में दिल पर बोझ ना डालें, सर्दियों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य से अधिक होने की संभावना होती है. अगर आपका कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) अधिक हो जाता है, तो ठंड में दिल के रोगों के होने का खतरा भी ज्यादा बढ़ जाता है. इसलिए इस दौरान अपने दिल पर बोझ ना डालें.
साथ ही ठंडे तापमान में रक्त वाहिकाएं संकुचित होती हैं. जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है और रक्त प्रवाह कम हो जाता है. सर्दी बढ़ने के साथ ही दिल के रोगियों की संख्या बढ़ जाती है. डॉ. साकेत गोयल ने कहना है कि सर्दी से बचाव रखें, खासकर बुजुर्गों को सर्दी से बचाव की जरुरत है.
ज्यादा खाना नहीं खाएं, थोडा-थोडा खाएं
डॉ. साकेत गोयल (Dr. Saket Goyal) का कहना है कि अगर आपको कोई पुरानी या दिल की बीमारी है तो आप नियमित चेकअप (Routine Check Up) कराते रहें. इससे आप किसी गंभीर खतरे से बच सकते हैं. खाना कम और अंतराल में खाएं.
सर्दियों में अक्सर लोग ज्यादा खाने लगते हैं. एक बार में ज्यादा खाना खाने से दिल पर एक अतिरिक्त भार पड़ सकता है. इससे बचें और थोड़े-थोड़े अंतराल में भोजन करें. उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम में तनावमुक्त रहें, सर्दी में अपने आपको थकान से बचाएं और ज्यादा न सोचें. अगर आप तनाव महसूस कर रहे हैं तो अपने आपको एक ब्रेक दें और आराम करें.
आप अपने पास सोर्बिटरेट रख सकते हैं
डॉ. गोयल ने कहा कि अपने साथ इमरजेंसी पिल्स (Emergency Pills) रखें, इससे आपको सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द जैसी शिकायतों को दूर करने में मदद मिलेगी. आप अपने पास सोर्बिटरेट रख सकते हैं, लेकिन दवा खरीदने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें. उन्होंने कहा कि शराब से बचें, अधिकतर लोग सर्दी से बचने के लिए शराब पीना शुरू कर देते हैं, लेकिन शराब का ज्यादा सेवन आर्टियल फिब्रीलेशन, अर्रेथिमिया और अनियमित दिल की धड़कन का कारण बन सकता है.
धूप सर्दी में सबसे उपयोगी
उन्होंने कहा कि धूप में बैठे और दोपहर के समय धूप में जाएं या फिर शाम को सूरज ढलने से पहले वॉक पर जाएं. उन्होंने कहा कि लक्षणों को नजरअंदाज ना करें, अगर आपके सीने, गर्दन, जबड़े और कंधे में दर्द हो रहा है या फिर आपको सांस लेने में दिक्कत और पसीना आ रही है तो इनकी अनदेखी ना करें. सर्दियों के दौरान मौत के प्रमुख कारणों में से एक हाइपोथर्मिया (Hypothermia) है. हार्ट फेल हो जाने से भी लोगों की मौत हो जाती है.
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