Bundi News: बूंदी में बारिश से नदी-नाले उफान पर, तेज धार में बहे वनकर्मी का 12 घंटे बाद मिला शव
Rajasthan News: पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर बूंदी मोर्चरी में रखवाया है. जहां परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाने की प्रक्रिया की जाएगी.
Bundi News: पूरे राजस्थान में प्री मानसून में जमकर बारिश का दौर जारी है. उधर बूंदी जिले में भी बारिश होने के साथ-साथ नदी नाले उफान पर आ गए हैं. इसी बीच जिले के रामगढ़ टाइगर रिजर्व के दरा का नयागांव नाके का वनरक्षक पानी के तेज बहाव में बह गया. सूचना मिलने के साथ ही मौके पर पहुंची दबलाना पुलिस और वाइल्ड लाइफ जाब्ते ने वनरक्षक की तलाश शुरू कर दी. लेकिन देर रात तक किये गए रेस्क्यू में वनरक्षक नहीं मिला. अगले दिन सोमवार को रेस्क्यू टीम को सफलता मिली और वनरक्षक के शव को बरामद कर लिया गया. घटना के बाद विभाग में शोक की लहर दौड़ गई. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर बूंदी मोर्चरी में रखवाया है. जहां परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाने की प्रक्रिया की जाएगी.
खाल को पार करते समय बहा वनरक्षक
डीसीएफ आलोक गुप्ता ने बताया कि रविवार शाम करीब 7 बजे दरा का नयागांव नाके पर तैनात वनरक्षक लोकेश गुर्जर बाइक से अपने दोस्त के साथ जा रहा था. तभी गांव के पास से बहने वाले बरसाती खाल पर बनी पुलिया के पास पहुंचा. यहां पुलिया पर 2 से 3 फीट पानी बह रहा था. इसी बीच बाइक से लोकेश ने पुलिया को पार किया तो पुलिया पर बाइक का संतुलन बिगड़ गया और दोनों बाइक सहित पानी के बहाव में बहने लगे. दूसरे दोस्त मोती ने तो जैसे-तैसे पेड़ की टहनियां पकड़ कर अपने आपको बचा लिया, लेकिन लोकेश तेज के बहाव में बह गया. घटना की जानकारी दूसरे युवक मोती ने दबलाना पुलिस को दी. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची. इसी बीच तुरंत वाइल्ड लाइफ टीम भी मौके पर पहुंच गई और वनरक्षक लोकेश की तलाश शुरू कर दी. मौके पर सिविल डिफेंस की टीम आई. रेस्क्यू के दौरान नाले का पानी कम होने के बाद बाइक तो मिल गई. लेकिन देर रात तक चले वनरक्षक लोकेश का कुछ पता नहीं चला. ऐसे में टीम ने रात में रेस्क्यू बन्द कर सुबह शुरू किया.
मांडू हिल्स की पहाड़ी से आता है नाला
वन्य जीव प्रतिपालक बिट्ठल कुमार सनाढ्य ने बताया कि जिले के मांडू हिल्स से आने वाले पहाड़ी से बारिश के दौरान तेज बहाव के साथ पानी आता है. उसी से नाले का पानी दरा का नयागांव के समीप खाल से होकर निकलता है. पहाड़ी से आने वाले इस पानी में तेज बहाव रहता है. यहां आने-जाने के लिए पुलिया बनी हुई है और दूसरे रास्ते पर भी पुलिया है. लेकिन रविवार शाम को बूंदी के आसपास तेज बरसात हुई थी. इसके चलते पूरे वेग से नाला चल रहा था. इसी बीच वनरक्षक लोकेश खाल पर बनी पुलिया को पार कर रहा था और वह तेज बहाव में बह गया. दबलाना थानाधिकारी रामेश्वर प्रसाद ने बताया की घटना के बाद शुरू किए रेस्क्यू में पुलिया से करीब 100 मीटर दूर बाइक पानी में पड़ी हुई मिली. दूसरे व्यक्ति ने पूछताछ के दौरान बताया की वनरक्षक लोकेश और उसका साथी मोती दरा का नया गांव के पास भैरूजी के मंदिर मे दर्शन करने जा रहे थे. इसी दौरान यह घटना घट गई.
अंधड़-बारिश में हादसा, कई जगह नुकसान
जिले में तेज बारिश के साथ आये अंधड़ से नुकसान भी हुआ है. यहां जिले के नैनवा, नमाना, करवर, कापरेन में नुकसान हो गया. नैनवां क्षेत्र में आए अंधड़ से रजलावता गांव के पास हाइवे पर स्थित लोहे की जालियां का भंडार पूरी तरह ध्वस्त हो गया. भंडारण ध्वस्त हुआ उस समय बीस मजदूर काम कर रहे थे. पहली दीवार ढहने के साथ ही मजदूर भागकर बाहर निकल आए. इसी तरह करवर में अंधड़ और बरसात से पीएम आवास लाभार्थी गुड्डी बाई के पक्के मकान का एक हिस्सा ढह गया. दीवार और छत से पत्थर की 4 पट्टियां गिरने और कमरे में रखा सामान मलबे में दबने से खराब हो गया. परिजन पास वाले कमरे में होने से जनहानि नहीं हुई. वहीं कापरेन ओर नमाना इलाके में पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं.
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