Jodhpur News: त्योहारों का सीजन शुरू होते ही बिजली विभाग एक्टिव मोड में आ गया है. बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. आंकड़ों से सामने आया है कि जोधपुर में सबसे ज्यादा बिजली चोरी होती है. जोधपुर डिस्कॉम ने 19 और 20 सितंबर 2022 को विशेष सतर्कता जांच अभियान चलाकर बिजली चोरी व बिजली दुरुपयोग  के 1740  मामले दर्ज किए हैं. इन मामलों में 193.65 लाख की बिजली चोरी का अनुमान है. सबसे अधिक 192 मामले गंगानगर से व सबसे कम 22 मामले सिरोही से पकड़े गए हैं.


बिजली चोरी में गंगानगर सबसे आगे
अधीक्षण अभियंता सतर्कता जेएस पनु ने बताया कि जोधपुर डिस्कॉम ने विभिन्न क्षेत्रों में दो दिनसीय विशेष सतर्कता जांच अभियान चलाया. इस अभियान के तहत जोधपुर सिटी सर्कल में 50, जोधपुर जिला सर्कल में 173, पाली में 59, सिरोही में 22, जालौर में 102, बाड़मेर में 97, जैसलमेर में 31, बीकानेर जिला सर्कल में 108, गंगानगर में 192 , हनुमानगढ़ में 138 और चूरू में 159 बिजली चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं.


बिजली दुरुपयोग के 534 मामले दर्ज
इसी प्रकार बिजली दुरुपयोग के कुल 534 प्रकरण दर्ज किए हैं। इन मामलों में 43.8 लाख रुपए अनुमानित किए गए है। जोधपुर सिटी सर्कल में 42, जोधपुर जिला वृत्त 36, पाली 72, सिरोही 15, जालौर 108, बाड़मेर 153, जैसलमेर 7, बीकानेर जिला वृत्त में 15, गंगानगर में 28, हनुमानगढ़ में 34 और चूरू वृत्त में 24 बिजली दुरूपयोग के मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 75 अन्य प्रकरण दर्ज किए गए हैं.


ऐसे रुकेगी राजस्थान में बिजली चोरी
बिजली चोरी कुछ ही समय में गुजरे जमाने की बात हो जाएगी. जयपुर डिस्कॉम की ओर से बिजली चोरी की समस्या को कम करने के लिए जिला स्तर पर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्म मीटर (DTM) सिस्टम लगाया जा रहा है. इस नये प्रयोग से ट्रांसफार्मर तक बिजली की मॉनीटरिंग होगी और मीटर से ट्रांसफार्मर तक हो रही बिजली खपत का डाटा स्टोर किया जायेगा. धीरे-धीरे इस सिस्टम को चरणबद्ध तरीके से पूरे राज्य में लागू किया जाएगा.


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