Hindu Nav Varsh: चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन क्यों मनाते हैं हिंदू नववर्ष? जानिए- खास वजह
Hindu New Year 2023: हिंदू नववर्ष की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए बीते कुछ साल से विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने लगे हैं. इस बार हिंदू नववर्ष की शुरुआत 22 मार्च 2023 से होगी.
Hindu Nav Varsh 2023: पूरी दुनिया में एक जनवरी से नए साल (New Year) की शुरुआत होती है. 31 दिसंबर की रात 12 बजे घड़ी की सुईयों का मिलन होते ही कैलेंडर वर्ष बदल जाता है. लेकिन हिंदू नववर्ष का आरंभ चैत्र माह से होता है. हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन हिंदू नववर्ष मनाया जाता है. इस दिन की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए बीते कुछ साल से विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने लगे हैं. लोग उत्साह और उमंग के साथ एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं.
जानिए कब से होगा हिंदू नववर्ष शुरू?
इस बार हिंदू नववर्ष 22 मार्च 2023 से शुरू होगा. हिंदू नववर्ष पर शहरों और गांवों में सर्व समाज की शोभायात्रा निकाली जाएगी. भारतीय संस्कृति एवं कालगणना विश्व में सबसे प्राचीन है. कालगणना में ग्रह नक्षत्रों, आकाशीय पिंडों की गति का अत्यंत गहराई से किया गया अध्ययन और निकाला गया निष्कर्ष खगोलीय वैज्ञानिकों का मानव जाति को अनुपम उपहार है. आइए आपको बताते हैं कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर ऐसा क्या खास है कि इस दिन को हिंदू नववर्ष मनाया जाता है.
- जगतपिता ब्रह्माजी ने इसी दिन सृष्टि का निर्माण किया था. अनुमान के मुताबिक, करीब 1 अरब 14 करोड़ 58 लाख 85 हजार 123 साल पहले सृष्टि की रचना हुई थी.
- महाराजा विक्रमादित्य ने इसी दिन विक्रमी संवत का शुभारंभ किया था.
- इसी दिन देवी दुर्गा की आराधना का नवरात्रि महापर्व प्रारंभ होता है.
- सतयुग में प्रभु श्री रामचंद्रजी का राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था.
- न्याय प्रणेता महर्षि गौतम की जयंती भी इसी दिन मनाई जाती है.
- चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ही महाराजा युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हुआ था.
- आराध्य देव वरुणावतार भगवान झूलेलाल साईं का अवतरण दिवस भी मनाया जाता है.
- गुरु अंगद देव साहिब का अवतरण भी इसी दिन हुआ था.
- महर्षि दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की थी.