Holi 2023 India: ब्रज की होली विश्व में अपनी अलग ही पहचान रखती है. ब्रज की लठमार होली को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. लठमार होली में हुरियारिनें (महिलाएं) हुरियारों (पुरुषों) के पीछे लाठी लेकर भागती हैं. इस दौरान हुरियारे लाठियों का वार ढाल से रोककर अपना बचाव करते हुए भागते नजर आते हैं.


भरतपुर में भी दिखेगी ब्रज की होली


उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के बरसाना में होली से आठ दिन पहले ही फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन लट्ठमार होली से रंगों के त्यौहार की शुरुआत हो जाती है और होली तक लट्ठमार होली खेली जाती है. राजस्थान के भरतपुर जिले को भी ब्रज क्षेत्र ही माना जाता है. लिहाजा, ब्रज की होली का रंग भरतपुर में भी देखने को मिलता है. राजस्थान के पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से प्रति वर्ष तीन दिवसीय ब्रज होली महोत्सव का कार्यक्रम किया जाता है. इस बार भी 1 मार्च से 3 मार्च तक ब्रज होली महोत्सव भरतपुर के डीग, कामां और भरतपुर में आयोजित किए जाएंगे.


लोक कलाकारों को किया जाएगा प्रोत्साहित


ब्रज होली महोत्सव में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में क्षेत्रीय और राज्य स्तरीय लोक कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे युवा पीढ़ी को राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की लोक विधाओं एवं संस्कृति के बारे में जानकारी मिल सके. साथ ही राजस्थानी लोक कलाकारों को प्रोत्साहित किया जा सके.


एक मार्च को डीग में होंगे ये कार्यक्रम


पर्यटन विभाग के उपनिदेशक संजय जौहरी ने बृज होली महोत्सव कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया है कि ब्रज होली महोत्सव का आयोजन आगामी 1, 2 और 3 मार्च को डीग, कामां एवं भरतपुर में किया जाएगा. 1 मार्च को डीग में सुबह 10 बजे डीग के मेला मैदान में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद डीग के ही जल महल में दोपहर 12 बजे से विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन होगा, जिसमें मेहंदी एवं रंगोली प्रतियोगिता, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांधने की प्रतियोगिता महत्वपूर्ण हैं. शाम को 4 बजे डीग के जल महलों में रंगीन फव्वारों का संचालन एवं राजस्थानी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां दी जाएगी. वहीं, शाम को 7 बजे मेगा नाईट सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत श्रीराम भारतीय कला केन्द्र नई दिल्ली की ओर से कृष्ण लीला का मंचन किया जाएगा.


दो मार्च को कामां में खेली जाएगी होली


2 मार्च को भरतपुर के कामां कस्बे में सुबह 10 बजे प्रमुख मंदिरों पर गुलाल की होली, कुंज गुलाल की होली, दूध-दही और लड्डू की होली के साथ ही लठ्ठ मार होली का भी आयोजन किया जाएगा. इसके बाद दोपहर 2 बजे से कामां के श्री गोपीनाथ जी मंदिर से श्री राधा वल्लभ जी मंदिर तक राजस्थानी लोक कलाकारों की भव्य एवं अलबेली शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें लोक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए चलेंगे. इसी दिन शाम को 6 बजे विमल कुंड पर महाआरती एवं दीपदान और शाम को श्री गोपीनाथ जी मंदिर पर होरी के रसिया गायन का कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके बाद शाम को  7:30 बजे कामां के कोट ऊपर स्टेडियम में श्री कृष्ण रासलीला सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा


3 मार्च को भरतपुर में होंगे ये कार्यक्रम


3 मार्च को भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में सुबह 10 बजे खेलकूद प्रतियोगिता एवं राजकीय संग्रहालय में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों  के लिए चित्रकला, मेहंदी और रंगोली, साफा बांधना व मूंछ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. आखिर में भरतपुर के विश्व प्रिय शास्त्री पार्क के खुले रंगमंच पर मेगा नाईट रंगारंग राजस्थानी सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा. सांस्कृतिक संध्या में भी कलाकारों द्वारा फूलों की होली और राधा-कृष्ण के साथ होली की प्रस्तुति दी जाएगी. 


ये भी पढ़ें- Rajasthan: सीएम अशोक गहलोत की 'पालनहार योजना', बेसहारा बच्चों को दी जाती है आर्थिक मदद