Jodhpur Holika Dahan 2023: जोधपुर में होलिका दहन की तैयारी पूरी, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही तरीका
Jodhpur Holika Dahan 2023 Date Time: होलिका दहन के दिन शनि की राशि कुंभ में सूर्य, बुध और शनि का त्रिग्रही योग बन रहा है. ऐसा संयोग 30 साल बाद बन रहा है जिसे उन्होंने बहुत ही शुभ बताया है.
Jodhpur Holika Dahan 2023: राजस्थान के दूसरे बड़े शहर जोधपुर (Jodhpur) में रंगों का त्योहार होली पूरे उमंग और उल्लास से मनाया जा रहा है, लेकिन होलिका दहन के मुहूर्त (Holika Dahan Muhurat) को लेकर लोगों के दिमाग में असमंजस की स्थिति है. यदि आप भी उन्हीं लोगों में शामिल है तो घबराएं नहीं, आपका यह कन्फ्यूजन हम दूर कर देते हैं. सूर्य नगरी जोधपुर में होलिका दहन (Holika Dahan) आज शाम यानी सोमवार 6 मार्च को किया जायेगा. होलिका दहन फाल्गुन शुक्ल की प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा को भद्रा रहित समय में करना श्रेष्ठ होता है. इस वर्ष फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी सोमवार 06 मार्च 2023 को सायं 04:18 बजे प्रारंभ होगी जो कि अगले दिन मंगलवार को सायं 06:10 बजे तक रहेगी. अत: प्रदोषकाल में पूर्णिमा सोमवार 06 मार्च 2023 को ही होने से होली का पर्व इसी दिन मनाया जायेगा.
6:38 बजे से 9:06 बजे तक का समय होलिका दहन के लिए उपयुक्त
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन 6 मार्च और धुलंडी 7 मार्च को होगी. 6 मार्च को शाम 4:17 बजे से पूर्णिमा तिथि आरंभ हो जाएगी. होलिका दहन पूर्णिमा तिथि की घड़ियाें में प्रदोष काल में होता है, इसलिए दहन 6 मार्च को शाम 6:38 बजे से 9:06 बजे के बीच करना उपयुक्त रहेगा. पूर्णिमा तिथि के दूसरे दिन 7 मार्च को शाम 6:09 बजे तक है, परंतु प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा नहीं होने से 7 मार्च को होलिका दहन श्रेयस्कर नहीं है. लगभग सभी पंचांग में होलिका दहन 6 मार्च को ही शास्त्र सम्मत बताया है. होलिका दहन के दूसरे दिन 7 मार्च को छारंडी (धुलंडी) बसंतोत्सव रहेगा. भद्रा 6 मार्च को शाम 4:17 बजे पर आरंभ हो जाएगी व अलसुबह 5:14 बजे तक रहेगी. परंतु प्रदोष वेला में भद्रा पुच्छ में दहन शास्त्रानुसार रहेगा.
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि शास्त्रानुसार होलिका दहन में भद्रा टाली जाती है किंतु भद्रा का समय यदि निश्चितकाल के बाद चला जाता है तो होलिका दहन (भद्रा मुख को छोड़कर) भद्रा पूंछ काल या प्रदोष काल में करना श्रेष्ठ बताया गया है. राजस्थान के प्रमुख शहरों में होलिका दहन का समय...
जयपुर, कोटा :- शाम 06:26 से शाम 06:38 बजे
जोधपुर :- शाम 06:39 से शाम 06:51 बजे
उदयपुर, बीकानेर :- शाम 06:36 से शाम 06:48 बजे
अजमेर :- शाम 06:31 से शाम 06:31 बजे
श्रीगंगानगर :- शाम 06:33 से शाम 06:45 बजे
30 साल बाद बन रहा ये संयोग
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि होलिका दहन के दिन शनि की राशि कुंभ में सूर्य, बुध और शनि का त्रिग्रही योग बन रहा है. ऐसा संयोग 30 साल बाद बन रहा है. इससे पूर्व वर्ष 1993 में होलिका दहन के अवसर पर उक्त तीनों ग्रह कुंभ राशि में थे. इस त्रिग्रही योग के अलावा मीन राशि में गुरु और शुक्र की युति से भी शुभ योग बन रहा है. शुक्र अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य योग और गुरु अपनी स्वराशि में होने से हंस नामक राज योग बन रहे हैं. वहीं, कुंभ राशि में सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग भी बन रहा है. ज्योतिष में बुधादित्य राजयोग को बहुत शुभ माना गया है.
कैसे करें होलिका दहन
डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि होलिका दहन के बाद जल से अर्घ्य दें. शुभ मुहूर्त में होलिका में स्वयं या परिवार के किसी वरिष्ठ सदस्य से अग्नि प्रज्जवलित कराएं. आग में किसी भी फसल को सेंक लें और अगले दिन इसे सपरिवार ग्रहण करें. मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को रोगों से मुक्ति मिलती है.
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