Kota News: सुरक्षा व्यवस्था में ड्यूटी देने वाले, पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाले, अधिकारियों की सुरक्षा में लगने वाले होमगार्ड और आपदा के समय लोगों को बचाने वाले सिविल डिफेंस के जवानों से कोटा में घर-घर कचरा उठवाया जा रहा है. निगम के अधिकारियों ने जवानों की ड्यूटी घर-घर से कचरा उठवाने के काम में लगाई है. मजबूरी में होमगार्ड और सिविल डिफेंस के जवानों को काम करना पड़ रहा है. कोटा उत्तर में ठेके पर ड्राइवर लेकर कचरा संग्रहण के लिए टिपर चलाए जाते थे. जुलाई में कचरे की गाडी का टेंडर खत्म हो गया और समय रहते नगर निगम ने नए टेंडर जारी ही नहीं किए.
जवानों से उठवाया जा रहा है घर-घर कचरा
लापरवाही की वजह से उत्तर नगर निगम के वार्डों में कचरा संग्रहण की भयंकर समस्या खड़ी हो गई. जुगाड़ के तौर पर अधिकारियों को जवान मिल गए. कोटा नगर निगम उत्तर में गाड़ियां चलाने के लिए होमगार्ड और सिविल डिफेंस के जवानों को लगा दिया गया. 1 अगस्त से जवान घर घर कचरा उठाने का काम कर रहे हैं.
होमगार्ड और सिविल डिफेंस के 140 जवान नगर निगम से कचरा गाड़ी लेकर वार्ड में घर-घर जा रहे हैं और कचरा संग्रहण कर कचरा पॉइंट पर डाल रहे हैं. नगर निगम के समय रहते टेंडर नहीं करने की वजह से कचरा संग्रहण पर भी प्रभाव पड़ा है क्योंकि पहले एक बार में 3 गाड़ियां जा रही थीं और वर्तमान में केवल दो ही गाड़ियां जा रही हैं. ऐसे में घर-घर से कचरा भी पूरी तरह नहीं उठ पा रहा. बस जैसे तैसे काम चलाया जा रहा है.
दबी जुबान में गिनाई पेट पालने की मजबूरी
कचरा संग्रहण के काम में लगे होमगार्ड और सिविल डिफेंस के जवानों ने बोलने से मना कर दिया है. हालांकि दबी जुबान में मानते हैं कि काम तो मिल रहा है, वर्ना कई लोगों को तो बेरोजगार कर दिया गया. नगर निगम के नए टेंडर और चालकों के आने तक जवानों से ही काम लिया जाएगा. निगम अधिकारियों ने भी अपनी मजबूरी बताते हुए होमगार्ड और सिविल डिफेंस के जवानों से गाडी चलाए जाने की बात स्वीकार की है. उनका कहना है कि शीघ्र ही नए टेंडर जारी कर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा.