Educatio News: सीकर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय की लापरवाही से छात्र परेशान हैं. सीकर और झुंझुनूं के 400 से अधिक सरकारी और निजी कॉलेजों के सैकड़ों छात्रों को इस बार गलत तरीके से फेल कर दिया गया.विवि प्रशासन ने दो दिन पहले ही बीए अंतिम वर्ष का परिणाम जारी किया. इसमें लोक प्रशासन विषय के 200 अंकों के पेपर को 400 अंक का दिखाकर सैकड़ों विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री बता दिया गया है, जबकि नियमानुसार ये छात्र पास हैं.बीए अंतिम वर्ष की ऑनलाइन अंकतालिका में पब्लिक एड विषय के दो पेपर को 200-200 अंकों का बताया गया है, जबकि ये पेपर 100-100 अंकों के हैं.वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन इसे क्लेरिकल मिस्टेक बता रहा है.
कौन है इस गलती का जिम्मेदार
यूनिवर्सिटी ने जिस फर्म को रिजल्ट तैयार करने का काम टेंडर दे रखा है, उसके परिणाम में लगातार चूक सामने आ रही है. ऐसे में विद्यार्थियों को परिणाम सुधार के लिए विवि के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. इन खामियों के चलते छात्रों को पीजी और अन्य यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने में देरी होगी. शेखावाटी यूनिवर्सिटी के बीए फाइनल इयर के स्टूडेंट्स को दूसरे यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने में परेशानी होगी.
इससे पहले छह जुलाई को जारी बीएससी फाइनल इयर के परिणाम में सीकर व झुंझुनूं जिले की कॉलेजों के करीब 13 हजार विद्यार्थियों को जुलॉजी और बॉटनी के पेपर में अनुपस्थित दिखाकर फेल कर दिया गया. विवि ने 2400 विद्यार्थियों का परिणाम भी रोक दिया था.
अब क्या करेंगे छात्र
श्री कल्याण राजकीय कन्या महाविद्यालय की एक छात्रा को बीए फाइनल इयर में पब्लिक एड विषय में पहले पेपर में 67 व दूसरे में 52 अंक दे रखे हैं. यह अंक 200 के बजाय 400 में से अर्जित करना बता रखा है. जबकि कुल 600 में से उसके 343 अंक हैं, लेकिन पब्लिक एड में उसे सप्लीमेंट्री दिखा रखा है.इसी तरह मधु माधव महाविद्यालय, गौरिया के एक छात्र के बीए फाइनल इयर में लोक प्रशासन विषय में 100-100 अंकों के पेपर में फर्स्ट पेपर में 42 व सेकंड पेपर में 61 अंक आए हैं, जबकि अधिकतम अंक 400 दिखा रखे हैं. ऐसे में उसे पास होते ोहुए भी सप्लीमेंट्री दिखाया गया है.
इस संबंध में विश्वविद्यालय के परीक्षा निदेशक डॉक्टर रविंद्र कटेवा ने बताया कि वो पिछले तीन दिन से बाहर हैं. उन्हें इसकी जानकारी मिली है. बीए फाइनल इयर के परिणाम में पब्लिक एड में 200 के बजाय 400 अंकों को उन्होंने क्लेरिकल मिस्टेक बताया.
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