Invest Rajasthan Summit: 'ग्रीन हाइड्रोजन नीति' लागू करने वाला देश का पहला राज्य बनेगा राजस्थान, उद्योग मंत्री ने किया ऐलान
Jaipur News: रावत ने प्राकृतिक संसाधनों के उचित उपयोग पर भी जोर दिया. मंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों में उद्दमियों के सुझावों और फीडबैक पर उचित कार्रवाही की जाएगी.
Invest Rajasthan Summit 2022: राजस्थान प्रदेश एक और नया इतिहास रचने जा रहा है. यहां जल्द ही ग्रीन हाइड्रोजन नीति (Green Hydrogen Policy) लागू की जाएगी. राजस्थान (Rajasthan) देश का पहला राज्य होगा जहां यह नीति लागू होगी. प्रदेश की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत (Shakuntala Rawat) ने जयपुर में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान समिट (Invest Rajasthan Summit) में यह ऐलान किया.
सोलर ऊर्जा में राजस्थान देश में अव्वल
उद्योग मंत्री रावत ने कहा कि राज्य ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है. आज राजस्थान सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में पूरे देश में प्रथम है. उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के उचित उपयोग पर जोर दिया. रावत ने कहा कि सरकार की नीतियों पर उद्यमियों के सुझावों और फीडबैक पर उचित कार्यवाही की जाएगी और राज्य सरकार उद्यमियों को साथ लेकर चलेगी.
राजस्थान में इन्वेस्ट करें उद्योगपति
भारत सरकार के डीपीआईआईटी (डिपार्टमेंट फ़ॉर प्रोमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड) विभाग के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि राजस्थान में 10 लाख करोड़ के एमओयू करना और उसमें से 2 लाख करोड़ का क्रियान्वयन करना सराहनीय उपलब्धि है. उन्होंने निवेशकों से राजस्थान में निवेश करने का आह्वान किया.
मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार डॉ. अरविंद मायाराम ने उद्योग जगत और सरकारी एजेंसीज को आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर कार्य करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की ग्रोथ 2025 तक 7.8 बिलियन होने की संभावना है. साथ ही, ड्रोन मार्केट की ग्रोथ भारत में 2026 तक 1. 81 बिलियन हो जाएगी. उन्होंने प्रेसिजन फार्मिंग और डिजिटल हेल्थकेअर पर कार्य करने पर भी जोर दिया.
सम्मेलन में इन्होंने भी रखे विचार
इस कॉन्क्लेव की अध्यक्षता सीआईआई ग्रीन कंपनी के चेयरमैन प्रदीप भार्गव ने की. उद्योग विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता भी कॉन्क्लेव में उपस्थित रहीं. खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव आशुतोष एटी पेडणेकर, ग्रेविटा ग्रुप के चेयरमैन रजत अग्रवाल, त्रिवेणी टरबाइन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और वाईस चेयरमैन निखिल साहनी, टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. प्रवीर सिन्हा ने भी कॉन्क्लेव में अपने विचार रखे.
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