Rajasthan News: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली (IIT Delhi) अपने 49वें वार्षिक महोत्सव रेंडीज़वस 2024 के लिए तैयारियों में जुट गई है. इस पल को ऐतिहासिक बनाने के लिए दो विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की घोषणा की है. इस कार्यक्रम में कन्या गुरुकुल की छात्राओं द्वारा वेद मंत्रोच्चारण और जोधपुर में रहने वाले पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी के बच्चों द्वारा लोक प्रस्तुतियां की जाएंगी, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और साहस का प्रतीक होंगी.


5 अक्टूबर 2024 को सुबह 9:45 बजे, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ स्थित कन्या वैदिक गुरुकुल की छात्राएं इस महोत्सव का शुभारंभ वेद मंत्रों के साथ करेंगी. तीन प्रतिभाशाली लड़कियां—मंगलमय, प्रियंशु और कृष्णा, जिनकी उम्र 12 से 15 वर्ष के बीच है, इस पवित्र मंत्रोच्चारण का नेतृत्व करेंगी, जिससे प्राचीनतम ज्ञान आधुनिक मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा.


इन प्रस्तुतियों को नई दिल्ली स्थित सेवा न्याय उत्थान फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है. फाउंडेशन के संस्थापक और आईआईटी गुवाहाटी व आईआईएम कोलकाता के पूर्व छात्र संजीव नेवर ने कहा, "वेद मंत्रोच्चारण भारत की शाश्वत आध्यात्मिक धरोहर को प्रतिबिंबित करता है, जबकि शरणार्थी बच्चों द्वारा लोक प्रदर्शन उनके साहस और सांस्कृतिक जड़ों का उत्सव है. ये प्रस्तुतियां हमें अपने समृद्ध विरासत पर गर्व महसूस कराती हैं और हमारे सभ्यता को आकार देने वाले मूल्यों से गहरा जुड़ाव स्थापित करती हैं."


1,200 से अधिक कॉलेजों के छात्र लेते हैं भाग 
ये विशेष प्रस्तुतियां रेंडीज़वस 2024 महोत्सव का हिस्सा होंगी, जो 5 से 8 अक्टूबर तक चलेगा. यह महोत्सव रचनात्मकता और सांस्कृतिक विविधता का उत्सव माना जाता है, जिसमें 1,200 से अधिक कॉलेजों के छात्र भाग लेते हैं और 1,60,000 से अधिक दर्शक आते हैं.


आईआईटी दिल्ली के रेंडीज़वस फेसबुक पेज पर आधिकारिक आमंत्रण दिया गया है "कन्या गुरुकुल की छात्राओं द्वारा वेद मंत्रों की मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति का अनुभव करें" और "जोधपुर विद्या केंद्र के छात्रों द्वारा प्रस्तुत लोक परंपराओं की मनमोहक सुंदरता का साक्षात्कार करें".


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