Rajasthan: अलवर जिले में पानी की बड़ी समस्या है यहां तक कि सरकारी स्कूलों में बच्चों और स्टाफ के लिए पीने का पानी नहीं है. बानसूर के गांव माजरा अहीर के सरकारी विद्यालय में पानी की किल्लत हो रही है. यहां अध्यापक बाल्टियां लेकर सुबह-सुबह पीने के पानी के इंतजाम में निकलते हैं.
छात्रों और अध्यापकों के सामने गहरा रहा है पानी का संकट
दरअसल, अलवर जिले के गांव माजरा अहीर के शहीद होशियार सिंह यादव राजकीय माध्यमिक विद्यालय में पेयजल संकट गहराया हुआ है. विद्यालय में सरकार की ओर से बच्चों के सुविधा के लिए बोरिंग करवाई थी लेकिन बोरिंग सूख जाने की वजह से विद्यार्थियों के सामने पेयजल संकट गहरा गया है. यहां अध्यापक स्वयं बाहर से पानी लाने के लिए मजबूर हैं. अध्यापक बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था कर रहे हैं, वहीं विद्यालय में पोषाहार भी पेयजल संकट को लेकर नहीं बनाया जा रहा है. पानी के संकट को लेकर विद्यालय प्रशासन ने स्थानीय सरपंच से नई ट्यूबवेल लगवाने की मांग की लेकिन अभी तक कोई भी समाधान नहीं हुआ है.
Rajasthan Weather Update: राजस्थान में मौसम ने ली करवट, छाया घना बादल और चल रही है धूल भी हवा, गर्मी से मिली राहत
ट्यूबवेल लगाने में लगेगा समय
जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सियाराम गुर्जर ने बताया कि जलदाय विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारियों की टीम को भेजकर विद्यालय में बोरिंग की जांच कराई गई जहां विद्यालय में लगी बोरिंग का पानी सूख चुका है अब सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत विद्यालय में नई ट्यूबवेल लगाई जाएगी लेकिन उसमें कुछ समय लगेगा.
मंत्री के निर्देश का नहीं पड़ रहा कोई प्रभाव
उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने 2 दिन पहले बानसूर के पंचायत समिति सभागार में बिजली तथा पानी की व्यवस्था को लेकर बैठक आयोजित की थी जिसमें सभी सरपंच तथा जनप्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र के बिजली पानी की समस्या बताई थी, मंत्री ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया था कि जहां पर भी बिजली पानी के संकट है वहां नए ट्यूबवेल तथा टैंकरों से पानी की व्यवस्था की जाए लेकिन माजरा अहीर में स्कूल का दूसरा ही हाल देखने को मिला है जहां अध्यापक स्वयं बाल्टी लेकर बाहर से पानी ला रहे हैं और बच्चों के लिए पानी की व्यवस्था कर रहे हैं विद्यालय प्रशासन ने बताया कि पानी की किल्लत को लेकर स्थानीय ग्राम पंचायत को अवगत करा दिया गया है लेकिन स्थानीय ग्राम पंचायत सरपंच इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है जिससे बच्चों के सामने पीने के पानी के लिए संकट गहरा गया है.
यह भी पढ़ें-