Independence Day 2024 : स्वतंत्रता दिवस को लेकर देश की सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. राजस्थान फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के आईजी एम.एल. गर्ग ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि राजस्थान में ड्रोन के जरिए पड़ोसी देश से मादक पदार्थों की तस्करी के मामले बढ़े हैं इसको लेकर बीएसएफ हर मोर्चे पर तैयार खड़ा है. बीएसएफ द्वारा ड्रोन पर कार्रवाई की जा रही है. तस्करों को पकड़ा जा रहा है इस साल में अब 38 कार्रवाई की गई है. बांग्लादेश के हालात बहुत खराब है. लेकिन बॉर्डर पर अलर्ट है.


आईजी एम.एल. गर्ग ने कहा सीमा सुरक्षा बल पाकिस्तान व बांग्लादेश से लगती देश की संवेदनशील एवं अति महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की हिफाजत 1965 से लगातार कर रहा है. सीमा सुरक्षा बल 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहता है आंधी, तूफान, बारिश, सर्दी, गर्मी, बर्फीले पहाड़, रेगिस्तान, नदियां, जंगल व समुद्र की कठिन परिस्थितियों में देश की रक्षा करना जवानों के जीवन का हिस्सा है.


‘भारत के पड़ोसी देशों में स्टेबिलिटी नहीं’
राजस्थान फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल के आईजीएमएल गर्ग ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए बताया कि भारत के पड़ोसी देशों में स्टेबिलिटी नहीं है. स्टेबल पड़ोसी होना भी जरूरी है. स्टेबल नहीं होने के चलते हमारे लिए भी काफी बड़ी चुनौती है. लेकिन भारत बहुत बड़ा देश है. सीमा सुरक्षा बल लगातार सरहदों की सुरक्षा में तैनात है. वही सीमा सुरक्षा बल हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहा है. उन्होंने कहा राजस्थान से जुड़े भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर लगातार पाकिस्तानी तस्करों द्वारा ड्रोन से मादक पदार्थों की तस्करी की जा रही है. तस्करी में काम में लिए गए सभी ड्रोन चीनी हैं. पाकिस्तान व चीन के रिश्ते बहुत मजबूत है. इसलिए पाकिस्तान के पास जितनी भी टेक्नोलॉजी है वह सब चीनी है.


‘महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दे रहे हैं’ 
आईजी एम.एल. गर्ग ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के द्वारा महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. राजस्थान फ्रंटियर में वर्तमान में लगभग 700 महिला प्रहरी कार्यरत है. साथ ही राजस्थान फ्रंटियर द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए 04 सीमा चौकियों पर महिला प्रहरियों द्वारा सीमा चौकी के एरिया में सभी ड्यूटियो का निर्वहन किया जा रहा है तथा पोस्ट की कमांडर भी महिला अधिकारी को ही नियुक्त किया गया है. सभी महिला प्रहरी पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को निभा रही हैं.


‘मोबाइल टॉवर भी लगाए जा रहे हैं’
सीमावर्ती क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क नहीं या कम होने के कारण वहां के लोगों को होने वाली समस्याओं को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल के द्वारा भारत सरकार से हाल ही में बीएसएनएल के 109 मोबाइल टॉवरों का निर्माण करवाना स्वीकृत कराया है. ये सभी मोबाइल टॉवर सीमा चौकियों तथा सीमावर्ती गांव में बनाए जाएंगे. जिसमें से अभी तक 8 मोबाइल टॉवरों के बनने का कार्य पूरा हो चुका है, तथा 03 मोबाइल टॉवरों का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा 98 मोबाइल टॉवरों का कार्य जल्द ही शुरू होगा. इन मोबाइल टॉवरों के बनने से सीमावर्ती क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्किंग तथा मोबाइल सेवाओं का लाभ प्रहरियों के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों को भी मिलेगा. 


‘हम पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी सजग हैं’
हमारी सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ हम पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी सजग है. हमने सीमा क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. पौधारोपण अभियान चलाकर सीमावर्ती क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने का प्रयास किया है. महानिदेशक सी. सुबल के मार्गदर्शन में राजस्थान फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल द्वारा सीमा की सुरक्षा करने और आंतरिक सुरक्षा का दायित्व निभाने के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए लगभग 4 लाख पौधे लगाए जा रहे है. जिससे राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके हरे-भरे होंगे.


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