Bharatpur News: भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा ऑफिशियल शैक्षणिक सहभागी देशों के प्रतिनिधिमंडल को देशभर में शैक्षणिक भ्रमण के लिये भेजा गया है. विदेशी प्रतिनिधिमंडल के भ्रमण के लिए राजस्थान में भरतपुर जिले चुना गया है. प्रतिनिधिमंडल में एथोपिया के 4, मालदीव के 3, मॉरीशस के 2, म्यांमार के 3, केन्या के 2 और दक्षिणी सूडान के एक चुनाव व्यवस्था से जुड़े अधिकारी शामिल हैं. भारत निर्वाचन आयोग के दो लाइजिनिंग ऑफिसर जयप्रकाश और अंचल इस प्रतिनिधि मंडल के साथ भरतपुर पहुंचे हैं.
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए की व्यवस्था और भरतपुर मॉडल का अध्ययन करने भारत निर्वाचन आयोग के साथ 15 सदस्यीय विदेशी प्रतिनिधिमंडल शैक्षणिक भ्रमण पर शनिवार (23 दिसंबर) को भरतपुर पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल में 15 विदेशी नागरिक और भारत के 2 लाइजनिंग ऑफिसर आये हैं. उपजिला निर्वाचन अधिकारी रतन कुमार ने भरतपुर जिले की सीमा पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और चुनाव के समय सीमावर्ती चेक पोस्ट पर की गई व्यवस्था और चुनाव प्रबंधन का प्रेजेंटेशन देकर जानकारी दी.
विदेशी मेहमानों का भव्य स्वागत
भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से भेजे गए प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान निर्वाचन आयोग दिशा निर्देश के तहत की चुनाव में की गई व्यवस्था के बारे में विदेशी प्रतिनिधि मंडल को विस्तार से बताया गया. प्रतिनिधिमंडल को आदर्श आचार संहिता लागू होते ही चेक पोस्ट का गठन कर और इस दौरान प्रतिबंधित सामग्री के साथ आने जाने वाले वाहनों को रोकने के लिए कैसे निगरानी तंत्र को मजबूत किया गया, इसको लेकर विस्तार से बताया गया. चुनाव में मतदान प्रक्रिया के दौरान कर्मचारियों की नियुक्ति से लेकर उनका प्रशिक्षण और मतगणना तक उनके दायित्वों के बारे में बारीकी से बताया गया.
भारतीय चुनावी प्रणाली की विदेशियों ने की सराहना
प्रतिनिधिमंडल में शामिल म्यांमार की नेल्ली सान ने कहा कि भारत की चुनाव प्रणाली विश्व भर में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव प्रबंधन के लिये जानी जाती है. नेल्ली सान ने कहा कि वे अपने देश से भारत की चुनाव प्रणाली और चुनाव प्रबंधन का अध्ययन करने के लिए आई हैं. उन्होंने मतदान केन्द्रों की व्यवस्था, होम वोटिंग, मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया और चुनाव के दौरान चेक पोस्ट निगरानी तंत्र के नवाचारों की सराहना की. केन्या के आदान हरर नूर ने भी अपने संबोधन में भारत के चुनाव प्रणाली की सराहना की. जहां अपने देश में इस तरह का चुनाव लागू करने के लिए भारतीय चुनाव प्रबंधन के अध्ययन करने के लिए यहां आने का उद्देश्य बताया.
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