Rajasthan News: पश्चिमी राजस्थान की भारत पाकिस्तान सरहदीय सीमा के पोकरण में परमाणु परीक्षण को 26 साल पूरे हो गए है. 26 साल पहले 11व 13 मई 1998 को बीजेपी की वाजपेयी सरकार ने राजस्थान के पोकरण में परमाणु परीक्षण किए थे. इन परमाणु परीक्षणों के साथ ही भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई थी. अमेरिकी सेटेलाइट से इस परमाणु परीक्षण को बचाए रखने में मिली कामयाबी के साथ परीक्षण को पूरा किया गया था.
परमाणु परीक्षण के धमाके की गूंज आज भी याद
भारत-पाकिस्तान की सरहदीय सीमा के जिले पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में 11 व 13 मई 1998 को हुए. परमाणु धमाके की याद आज भी इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के जहन में ताजा है. 26 साल पहले खेतोलाई के पास स्थित फील्ड फायरिंग रेंज परीक्षण किया गया था. परमाणु परीक्षण ने भारत को परमाणु शक्ति के क्षेत्र में सभी देशों के बराबर लाकर खड़ा कर दिया था.
सिलसिलेवार परमाणु परीक्षण के धमाके की गूंज ने पूरे भारतवासियों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था. पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के क्षेत्र में रहने वाले लोग आज भी उन लम्हों को याद कर अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं. क्षेत्र के लोगों में आज भी उन परमाणु परीक्षणों के कारण धुज्जी धरती तथा धमाके को गूंज का मंजर जीवित है.
पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ था परमाणु परीक्षण
पोकरण की फील्ड फायरिंग रेंज में हुए परमाणु विस्फोटों के बाद भारत देश को परमाणु शक्ति बनाने में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आजाद के द्वारा पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में परमाणु परीक्षण करवाया गया था. परमाणु धमाके के दौरान पूरा पोकरण शहर पत्ते की तरह हिल गया. आसपास के लोग इसे प्राकृतिक आपदा मानते हुए अपने घरों से बाहर की ओर भाग खड़े हुए थे. इस धमाके का एक दिन ही गुजारा था. तभी दूसरा परमाणु विस्फोट होने के कारण लोगों में दहशत का माहौल बनने लग गया था.
पोकरण ने विश्व के मानत्रित्र में बनाई अलग पहचान
जैसलमेर का पोकरण परमाणु परीक्षण के बाद विश्व के मानचित्र में अपनी अलग छवि बन चुका था. पोकरण की फील्ड फायरिंग रेंज में परमाणु विस्फोट का विजय पताका फहराने वाले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडीज, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, विदेश मंत्री जसवंत सिंह जसोल सहित देश के वीवीआईपी लोग पोकरण पहुंचे. शक्ति स्थल के नाम से मशहूर हुए खेतोलाई में कई वीवीआईपी लोगों का तांता लगा रहा.
लोकसभा चुनाव में उठा परमाणु बम का मुद्दा
लोकसभा चुनाव में भी परमाणु बम का मुद्दा काफी गरमाया हुआ रहा था. क्योंकि इंडी गठबंधन के सहयोगी CPM के घोषणा पत्र में देश को परमाणु शक्ति को हिन करने के लिए घोषणा की गई थी. उस घोषणा पत्र में यह था कि देश के सभी परमाणु बमों को समुद्र में डालकर नष्ट कर दिया जाएगा. इस घोषणा पत्र के जारी होने के बाद बीजेपी लगातार हमलावर रही. वहीं कांग्रेस ने इस घोषणा पत्र पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
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