Rajasthan News: राजस्थान के लाल ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है. झुंझुनूं के बगड़ निवासी नरेश सिंह जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए हैं. शहीद नरेश सिंह आर्मी की 7 पैरा एसएफ यूनिट में बतौर हवलदार तैनात थे. शहादत की खबर से जिले में मातम का माहौल पसर गया है. जानकारी होने पर शहीद के घर पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है. लोग परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं और जवान की शहादत पर गर्व कर रहे हैं. पार्थिव शरीर 24 सितंबर को लाया जाएगा और सुबह 10.30 बजे गांव बगड़ में राजकीय सम्मान के साथ दाह संस्कार किया जाएगा.
राजस्थान का लाल जम्मू कश्मीर में हुआ शहीद
नरेश सिंह आज सुबह चौकीबल में ड्यूटी के दौरान बेहोश हो गए थे. जिला सैनिक कल्याण अधिकारी परवेज हुसैन ने बताया कि बेहोश होने के बाद नरेश सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में डॉक्टरों ने जवान को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में ड्यूटी के दौरान मौत होने पर शहादत का दर्जा मिलता है. इसलिए नरेश सिंह को भी शहीद का दर्जा दिया गया है. शहीद नरेश सिंह की पत्नी सुदेश कुमारी दो बच्चों के साथ आगरा में रहती हैं.
Udaipur News: ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों का चालान काटने के बजाए चॉकलेट और फूल देगी पुलिस, जानें वजह
करीब दस वर्षों से झुंझुनूं में ही रहता है परिवार
आगरा में रहकर दोनों बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. सबसे बड़ी बेटी मानवी की उम्र 11 साल की है. छोटा बेटा नमन सात साल का है. शहीद नरेश सिंह मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले थे. स्थानीय लोगों के अनुसार शहीद नरेश सिंह का परिवार दस साल से बगड़ में बाइपास पर रहता है. नरेश सिंह का पैतृक गांव भिवानी जिले का सागवान है. शहीद का परिवार झुंझुनूं के बगड़ में जमीन खरीद कर खेती करता है. अब करीब दस सालों से शहीद का परिवार झुंझुनूं में ही रहता है.