Fraud in Indira Rasoi Scheme: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नाम पर एक फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद शासन-प्रशासन ने एनजीओ प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीड़ विकास सहकारी समितिं लिमिटेड को ​ब्लैक लिस्ट कर दिया है. शासन के इस एक्शन का नतीजा यह हुआ कि दो इंदिरा रसोई बंद हो गया. बता दें कि एनजीओ प्रगति पर सीएम अशोक गहलोत के नाम पर फर्जी कूपन काटने का आरोप है. जांच में आरोप को सही पाया गया. उसके बाद विभागीय अधिकारियों ने इसे गंभीर मसला करार देते हुए एनजीओ द्वारा भरतपुर (Bharatpur) में संचालित दो इंदिरा रसोई को बंद कर दिया.

  


इसके अलावा सीएम अशोक गहलोत के नाम से इंदिरा रसोई योजना (Indira Rasoi Scheme) के तहत काटे 43 फर्जी कूपन के लिए निगम ने 86 हजार की पेनल्टी भी संस्था पर लगाई है. 




फर्जीवाड़े में शामिल संस्था ब्लैक लिस्ट  
दरअसल, राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) में कई संस्थाएं हैं जो इंदिरा रसोई चला रही हैं. इनमें एक संस्था प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीड़ विकास सहकारी समिति लिमिटेड भी है, जो भरतपुर शहर में दो जगह इंदिरा रसोई चलाती है. जब स्वायत शासन विभाग की टीम ने जांच की तो प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीड़ विकास सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा संचालित इंदिरा रसोई संख्या 668 पर जान बूझकर 43 कूपन फर्जी काटना पाया गया. फर्जीवाड़े का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया.


ताजा अपडेट यह है कि विभागीय अधिकारियों ने प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीड़ विकास सहकारी समिति लिमिटेड को ब्लैक लिस्ट कर दिया है. बता दें कि प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीड़ विकास सहकारी समिति लिमिटेड द्वारा चलाई जाने वाली काली की बगीची पर स्थित इंदिरा रसोई और कलेक्ट्रेट परिसर में संचालित इंदिरा रसोई में गड़बड़ पाई गईं थीं.


प्रति कूपन 2000 की पेनल्टी 
ब्लैक लिस्ट करने से पहले स्वायत्त शासन विभाग ने इंदिरा रसोई ( Indira Rasoi ) की रेंडमली जांच की. इस दौरान प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीण विकास द्वारा चलाई जा रही काली की बगीची स्थित इंदिरा रसोई संख्या 668 पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही अन्य लोगों के नाम कुल 43 फर्जी कूपन काटे गए. इस मामले में विभागीय अधिकारियों ने प्रति फर्जी कूपन पर 2 हजार की पेनल्टी भी लगाई है. साथ ही खाने की क्वालिटी सही नहीं पाए जाने पर संस्था को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है.


भरतपुर की सबसे बड़ी इंदिरा रसोई चला रही थी प्रगति  
प्रगति महिला शहरी आजीविका सर्वांगीण विकास कलेक्ट्रेट में जिले की सबसे बड़ी इंदिरा रसोई चल रही थी. उसे भी बंद कर दिया गया. इस संस्था द्वारा जनाना अस्पताल में महिला आश्रय स्थल चलाया जाता है लेकिन उसे अभी तक बंद नहीं किया गया है. अब यह सवाल यह उठता है की नगर निगम ने आश्रय स्थल को क्यों बंद नहीं किया गया, जबकि स्वायत्त शासन विभाग द्वारा पूरी संस्था को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है.


क्या है इंदिरा रसोई?
राजस्थान ( Rajasthan ) के भरतपुर जिले में लगभग 41 इंदिरा रसोई संचालित है. कोई भी भूखा नहीं सोये के मकसद से राजस्थान सरकार ने प्रदेश में इंदिरा रसोई शुरू की है. इंदिरा रसोई पर 8 रुपये में खाना मिलता है. इंदिरा रसोई को चलाने वाली संस्था को जो खाना खाने आएगा 8 रुपये देगा और सरकार की ओर से 17 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से इंदिरा रसोई चलाने वाली संस्था को भुगतान किया जाएगा. आठ रुपये का भुगतान करने पर इंदिरा रसोई पर जो भी व्यक्ति खाना खाने आएगा उसका कूपन काटा जाता है. कूपन के हिसाब से ही इंदिरा रसोई को भुगतान किया जाता है. कुल मिलाकर संस्था को 25 रूपये प्रति व्यक्ति खाना खिलाने के मिलते हैं.


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