Rajasthan News in Hindi: कोटा में लगातार हो रहे सुसाइड को रोकने के लिए प्रशासन और सख्त होता जा रहा है. अब तक सामने आया है कि अधिकांश बच्चे पंखे से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड करते हैं. ऐसे में सभी हॉस्टल, पीजी और जहां भी बच्चे कोचिंग के लिए बाहर से आकर रह रहे हैं, वहां सभी जगह पंखों के लिए स्प्रिंग डिवाइस लगानी होगी ताकी सुसाइड को रोका जा सके.जिला कलक्टर ने एक आदेश जारी कर सभी को पाबंद किया है कि वह जल्द पंखों के लिए स्प्रिंग डिवाईस लगवा लें नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगा. यह डिवाइस न लगवाने पर हॉस्टल को सीज भी किया जा सकता है. 


क्या कहना है कलेक्टर का


जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने इसके लिए आदेश जारी किया है. इसमें कहा गया है कि कोटा के कोचिंग संस्थानों पर प्रभावी नियंत्रण और उनके विद्यार्थियों को मानसिक तौर पर सम्बलन व सुरक्षा देने की जरूरत है. विद्यार्थियों में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए सभी हॉस्टलों और पीजी के हर कमरे में पंखों को लटकाने के लिए स्प्रिंग डिवाइस का उपयोग किया जाए. 






आदेश में कहा गया है कि इस काम में अनियमितता पाए जाने पर संबंधित हॉस्टल और पीजी को नियमानुसार सीज करने की कार्रवाई की जाएगी. जिला पुलिस प्रशासन की ओर से नियुक्त अधिकारियों की टीम हॉस्टल और पीजी में इस आदेश का पालन होना सुनिश्चित करेगी. हॉस्टल और पीजी वालों को इस आदेश की पालना सुनिश्चित के निर्देश दिए गए हैं. 


कोटा में कितने बच्चे पढ़ रहे हैं


कोटा में इस समय करीब दो लाख बच्चे रह कर पढ़ाई कर रहे हैं. इन बच्चों की सुरक्षा के लिए प्रशासन, पुलिस प्रशासन, हेल्प लाइन, कोचिंग संस्थाओं की ओर से काउंसलर, मैसेज सिस्टम के साथ कई तरह ध्यान दिया जाता है. इस दिशा में हॉस्टल संचालक, हॉस्टल ऐसोसिएशन के साथ स्वयं सेवी संस्थाएं भी काम कर रही हैं. उसके बाद भी सुसाइड होना चिंता का विषय है.


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