Rajasthan News: गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को मिलेंगे मिलेट फूड, उदयपुर प्रशासन की नई पहल
Udaipur News: 6 साल से कम उम्र के कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा जाएगा. उन्होंने बताया कि कुपोषण का सर्वे कर पोषण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
International Year of Millet: उदयपुर में जिला प्रशासन और जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग ने गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों के लिए नवाचार किया है. चयन के बाद पांच पिछड़े ब्लॉक में 'श्री अन्य योजना' (Shree Anna Yojana) अभियान शुरू किया है. आंगनबाड़ी केंद्र की गर्भवती, धात्री महिलायें और 6 वर्ष से कम उम्र बच्चों को पोषाहार के अलावा मिलेट से बने लड्डू, एनर्जी बार, नमकीन रोजाना खिलाया जाएगा.
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रघुवीर सिंह मीणा ने कहा कि सुपोषण के लिए मिलेट्स को प्रोत्साहित करने का काम मिलकर करना होगा. श्री अन्य योजना के जरिए 6 वर्ष से नीचे के बच्चे का कुपोषण दूर करने की मंशा है. संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट ने कहा कि 2023 अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष है.
उदयपुर प्रशासन की नई पहल
6 साल से कम उम्र के कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध करा जाएगा. उन्होंने बताया कि कुपोषण का सर्वे कर पोषण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. ग्रामीणों को मिलेट्स की रेसिपी का प्रशिक्षण दिया जाए. दोबारा सर्वे होने के बाद अभियान को अन्य ब्लॉक्स में आगे बढ़ाया जाएगा. कलेक्टर ताराचंद मीणा ने बताया कि अभियान में आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को भी शामिल किया गया है. कार्यक्रम की अवधि वर्तमान में 6 माह रखी गयी है. मां और बच्चों के पोषण में आए बदलाव को निरंतर रिकॉर्ड किया जाएगा. श्री अन्न पोषण अभियान में 10 हजार लाभार्थियों को शामिल करने का लक्ष्य है.
अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023
जयपुर से पहुंची वर्षा तनु ने बताया कि अभियान के क्रियान्वयन और शोध में जयपुर की आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी जिला प्रशासन को सहयोग करेगी. 500 से अधिक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मिलेट से विभिन्न व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण देकर स्वरोज़गार के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्रशिक्षण ताज फ़तहप्रकाश की अनुभवी टीम महिलाओं को देगी.
6 माह तक चलने वाले अभियान में 5 ब्लॉक के 10 हज़ार लोगों को लाभ मिलेगा. अभियान का मुख्य उद्देश्य स्थानीय माइक्रो मिलेट्स को मुख्य धारा में लाकर प्रोत्साहित करना है. बता दें कि मोटे अनाज यानी मिलेट को अनुसंधान के बाद पौष्टिकता की दृष्टि से सुपरफ़ूड का दर्जा मिला है. दुनिया भर में लोकप्रिय बनाने का प्रयास सरहानीय है. मार्च 2021 में 72 देशों के समर्थन पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय किया था.