Yoga Day 2023: बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर में पुलिस थाने के सामने किया योग, इसलिए दे रहे हैं धरना
Yoga Day Celebration: राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार सुबह से ही बारिश की वजह से कहीं कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हो पाया. किरोड़ी लाल मीणा जल जीवन मिशन में घोटाले का आरोप लगा रहे हैं.
International Yoga Day Celebration: आज पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जा रहा है. बीजेपी (BJP) के राज्य सभा सांसद किरोड़ी मीणा (Kirodi Lal Meena) ने जयपुर के अशोक नगर थाने के सामने योग किया. वो वहां मंगलवार से ही धरना दे रहे हैं. जयपुर में बुधवार सुबह से ही बारिश की वजह से कहीं कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हो पाया. मीणा राजस्थान में जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में कथित फर्जीवाड़े और घोटाले का आरोप लगा रहे हैं. इसकी जांच की मांग को लेकर उन्होंने मंगलवार को सचिवालय में पहले एडिशनल सीवीसी से शिकायत की. उसके बाद एफआईआर दर्ज कराने के लिए वो अशोक नगर थाने पहुंचे. एफआईआर दर्ज न होने पर उन्होंने पुलिस थाने के सामने ही धरना देना शुरू कर दिया.
किरोड़ी लाल मीणा क्यों दे रहे हैं धरना
अशोक नगर थाने में जब सांसद किरोड़ीलाल मीणा की एफआईआर जब दर्ज नहीं हुई तो विधानसभा में बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी अशोक नगर थाने पहुंच गए. सांसद किरोड़ी लाल मीणा थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए. किरोड़ीलाल ने कहा कि केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन योजना में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार के खिलाफ आज राजस्थान सचिवालय में पहुंचकर सीवीसी की एडिशनल सीवीसी सोविला माथुर को जलदाय मंत्री और आईएएस के खिलाफ शिकायत दी. उम्मीद है कार्रवाई होगी.
जल जीवन मिशन के टेंडरों में हुए फर्जीवाड़े को लेकर एक शिकायत अशोक नगर थानाधिकारी को भी दी है. उम्मीद है मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, अन्यथा आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा. राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम-2012 के सेक्शन-17 का उल्लंघन किया है, सेक्शन-41 में लिखा है अगर इस क़ानून का उल्लंघन होता है तो छह महीने से लेकर पांच वर्ष तक की सजा का प्रावधान है. गहलोत सरकार ने इस एक्ट को बनाया और इस एक्ट की गहलोत सरकार ही धज्जियां उड़ाकर जल जीवन मिशन में टेंडरों में घपला कर करोड़ों रुपये को निगल रही है.
बीजेपी के राज्यसभा सांसद ने क्या कहा है
सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं, हमारे यहां हर एफआईआर दर्ज होती है. मैं केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन में राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम-2012 के सेक्शन-17 के उल्लंघन का मामला दर्ज कराने अशोक नगर थाने आया था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई, तो अब धरने पर बैठा हूं.
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