Rajasthan Politics: जयपुर में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की वापसी से पहले कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं की भिड़ंत हो गई है. खेल मंत्री अशोक चंदना ने बुधवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में दो वीवीआईपी बॉक्स के निर्माण पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) पर खेल परिषद के साथ हुए एमओयू का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. आरसीए का नेतृत्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत कर रहे हैं. तीन साल के अंतराल के बाद सवाई मानसिंह स्टेडियम में आईपीएल की वापसी से कुछ घंटे पहले घटनाक्रम हुआ.
कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं में हुई भिड़ंत
आरोप को खारिज करते हुए आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने कहा कि सभी निर्माण गतिविधियां नियमों के तहत हुई हैं और प्रक्रिया में नियम का कोई उल्लंघन नहीं किया गया है. बुधवार सुबह पहुंचे चंदना ने सवाई मानसिंह स्टेडियम में किए जा रहे निर्माण पर आपत्ति जताई. स्टेडियम के मेन गेट पर बाउंसरों को देख चंदना ने तंज कसते हुए कहा, "इन्हें यहां क्यों खड़ा किया गया है? किसको डराने के लिए? इन्हें यहां से एक मिनट में निकालो. यह खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम है. उन्हें अंदर जाने से रोका जाना पूरी तरह गलत है." चंदना ने आरोप लगाया कि राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन ने नियम के विरुद्ध खेल परिषद भवन पर कब्जा कर लिया है.
अवैध निर्माण और कब्जे पर फूटा गुस्सा
मंत्री ने कहा कि खेल परिषद कार्यालय में अवैध रूप से बनाए गए वीवीआईपी बॉक्स जब्त किए जाएंगे. मंगलवार शाम स्टेडियम का निरीक्षण करने गए चंदना ने राजस्थान क्रिकेट संघ के कथित अवैध निर्माण और कब्जा किए जाने पर नाराजगी जताई थी. मंगलवार रात आरसीए को नोटिस देकर अवैध निर्माण हटाने का निर्देश दिया गया था. थोड़ी ही देर बाद वैभव गहलोत सवाई मानसिंह स्टेडियम भी पहुंचे थे. उन्होंने स्टेडियम में किसी तरह के अवैध निर्माण से इनकार किया था. इस बीच, चंदना ने हैशटैग 'आईपीएल' के साथ एक ट्वीट पोस्ट कर लिखा था, "सरकारी संपत्ति के अवैध इस्तेमाल पर कार्रवाई करने वाले मंत्री की छवि धूमिल करने के लिए आप जल्द ही एक बदनाम अभियान देखेंगे."