Udaipur News: आईपीएस, आईएएस, जज सहित अन्य औंधेदार अधिकारियों की सुरक्षा के बारे में जानते ही हैं. IPS, IAS अधिकारियों के साथ हमेशा एक गनमैन रहता है. फिर भी अगर ऐसा होता है तो उन्हें खुद खतरा महसूस होता है. ऐसा ही कुछ राजस्थान में हुआ है. विधानसभा में पूछे गए एक प्रश्न का जवाब दिया गया जिसमें सामने आया कि राजस्थान के IAS, IPS, JUDGE, RPS और RAS अधिकारियों ने हथियार लाइसेंस जारी करवाएं है.
इतना ही नहीं कुछ अधिकारियों ने तो अपने बेटों को लाइसेंस भी जारी करवा दिए हैं. वैसे हथियार जारी होने में प्राथमिकता यह देखी जाती है कि हथियार की जरूरत क्यों है.क्या उनका काम ऐसा है जिससे उनकी जान को खतरा है.
इतने अधिकारियों ने जारी करवाए हथियार लाइसेंस
विधानसभा में पूछे गए प्रश्न पर ग्रह विभाग ने जवाब के रूप में सूची जारी की. सूची के अनुसार वर्ष 2021-22 में 2 आईएएस, 2 आईपीएस, 3 न्यायाधीश, 6 आरएएस, 6 आरपीएस सहित लगभग 32 अधिकारियों को लाइसेंस जारी किए गए. खास बात यह है कि इस सूची में 5 तो अधिकारियों के पुत्र भी है जिन्होंने लाइसेंस जारी करवाए.
जबकि इसी वर्ष 2021-22 में राज्य में 454 लाइसेंस जारी किए गए थे. यहीं नहीं मीडिया रिपोर्ट की माने तो अभी भी करीब 3000 लोग लाइसेंस जारी करवाने लिए कतार में लगे हैं. पुत्रों की बात करें तो 1 IPS, 1 RPS और 3 RAS अधिकारियों के पुत्रों को हथियार लाइसेंस जारी हुआ है
यह है बड़े अधिकारी
सूची के मुताबिक IAS कैलाश चंद्र मीना और शिव प्रसाद एम नकाते IPS पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ और केसर सिंह शेखावत सहित इनके पुत्र ने भी जारी करवाया. इनके अलावा आरएएस, आरपीएस के पुत्रों ने जाए करवाया है.
हथियार लाइसेंस का हो चुका है बड़ा फर्जीवाड़ा
राजस्थान में हथियार लाइसेंस को लेकर भी अपराध हो चुका है. यह खुलासा उदयपुर ATS ने किया. इस खुलासे में कई लोगों के पास से जम्मू-कश्मीर और नागालैंड के बने हथियार लाइसेंस मिले थे जो फर्जी तरीके से जारी करवाए थे. इसमें ATS ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था.
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