Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर शहर में एक ऐसा मंदिर है जहां मोहब्बत का मेला लगता है. जहां आकर हर प्रेमी की मुराद पूरी होती है. इश्किया गणेश मंदिर में सामान्य गणेश मंदिरों की तरह प्रतिदिन पूजा-अर्चना होती है और बड़ी तादाद में भक्त आते हैं. मगर यह अन्य मंदिरों से ज्यादा खास और लोकप्रिय है. दरअसल यहां आने वाले अधिकांश भक्त मोहब्बत करने वाले होते हैं. कहा जाता है कि भगवान गणपति यहां आने वाले हर प्रेमी की मनोकामना पूरी करते हैं. यहां आने वाला कोई प्रेमी भक्त निराश नहीं होता. यही वजह है कि प्रेमी जोड़ों के लिए यह मंदिर खास है और इसे इश्किया गणेश मंदिर कहा जाता है.


जल्दी होता है कुंवारों का रिश्ता
मान्यता है कि इश्किया गणेश मंदिर में मत्था टेकने और पूजा करने से कुंवारे प्रेमियों का रिश्ता जल्दी हो जाता है. उन्हें मनचाहा जीवन साथी मिलता है. वैवाहिक जीवन में प्रेम संबंध मधुर रहते हैं. प्रेमी युगल के अलावा भी हर आयु वर्ग के अन्य भक्त भी यहां अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और गणपति के दरबार में अर्जी लगाते हैं.


गुरु गणपति बने इश्किया गणेश


स्थानीय लोग बताते हैं कि जोधपुर में इश्किया गणेश मंदिर की स्थापना करीब सौ साल पहले हुई थी. शहर की संकरी गली में एक घर के बाहर गुरु गणपति नाम से इस मंदिर की स्थापना की थी. इसका निर्माण ऐसा है कि यहां खड़ा कोई व्यक्ति दूर से किसी को आसानी से नजर नहीं आता है. यही कारण था कि यहां प्रेमी युगल चोरी-छुपे पहली मुलाकात के लिए आते थे. धीरे-धीरे यह मंदिर प्रेमियों की पहली पसंद बन गया और लड़के-लड़कियां यहां मिलने आने लगे.


यहां आने पर गजानन का दर्शन कर शादी की कामना करते. विवाह होने के बाद भगवान का आशीर्वाद मानकर प्रेमी जोड़े धन्यवाद प्रकट करने आते हैं. ऐसे यह मंदिर गुरु गणपति से इश्किया गणेश मंदिर के नाम से विख्यात हो गया.


बुधवार को लगता है प्रेमियों का मेला


इस मंदिर में हर बुधवार प्रेमियों का मेला लगता है. कई भक्त यहां शादी की अर्जी लगाने आते हैं. कई भक्त विवाह का निमंत्रण देने और कई भक्त धन्यवाद देने पहुंचते है. यह मंदिर सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 5.30 बजे से रात 9 बजे तक खुलता है. बुधवार को रात 11 बजे तक दर्शन कर सकते हैं. गणेश चतुर्थी को पूरे दिन विशेष पूजा-अर्चना होती है.


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