Rajasthan News: भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद दोनों ही देशों के बीच दुश्मनी की तलवार खींची हुई है. भारत व पाक में रहने वाले लोगों के बीच पीढ़ियों से चले आ रहे रिश्ते और गहरे हो रहे हैं. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की नापाक हरकतों के कारण भारत-पाक के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस को बंद कर दिया गया था. लेकिन दोनों मुल्क के बीच दिलों के रिश्ते आज भी रिश्तों की नई इबारत लिख रहे हैं. पाकिस्तान की बेटी का निकाह भारत के बेटे के साथ आज भी हो रहा है. पाकिस्तान से आने वाली कई दुल्हनों का एक दर्द ऐसे है, जिसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. पाकिस्तान की बेटी दुल्हन बनकर भारत तो आ जाती है, लेकिन भारत की नागरिकता नहीं मिलने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसी कई पाकिस्तान की बेटियां भारत में हैं, जो शादी कर के अपने ससुराल तो आ गई लेकिन आज दिन तक नागरिकता नहीं मिली है. उनके बच्चे भी बड़े हो गए हैं, उनको इंतजार है तो बस भारतीय नागरिकता व भारत के पासपोर्ट मिलने का. आज भी कई बेटियां अपने पीहर पाकिस्तान जाना तो चाहती हैं, भारत का पासपोर्ट लेकर जाने की इच्छा करके बैठी हैं उनका मानना है की इतने इतने साल हो गए, बच्चे बड़े हो गए लेकिन अब तक हमको नागरिकता नहीं मिल रही है.


13 साल से नागरिकता पाने की कोशिश जारी
पाकिस्तान से 13 साल पहले रजिया कुरैशी भारत के बेटे से निकाह करके दुल्हन बनकर भारत आई थीं. रजिया 13 साल से भारत में हैं. रजिया ने बताया कि भारत का माहौल बहुत अच्छा है. परिवार वाले भी बहुत अच्छे हैं. यहां पर स्वागत भी हमारा अच्छा हुआ, लेकिन नागरिकता नहीं मिल पा रही है. हम कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यहां पर नागरिकता को लेकर प्रोसेस बहुत धीमी गति से चल रहा है. मुझे नागरिकता मिल जाए मेरा यह सपना है.  उनका कहना है कि वह भारत का पासपोर्ट लेकर में पाकिस्तान पीहर जाना चाहती हैं.


नागरिकता मिलने की चाहत
25 साल पहले नजमा कुरैशी का निकाह भारत में हुआ था. उनका कहना है कि भारत में ससुराल का परिवार भी अच्छा है. परिवार के सभी लोग बहुत अच्छे हैं, शादी के बाद से आज दिन तक नागरिकता के लिए कोशिश कर रही हूं, लेकिन भारत की नागरिकता नहीं मिल रही हैं. भारत की नागरिकता के इंतजार में अब तो लगता है कि दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे.


समाजसेवी भाले खान का क्या कहना है?
समाजसेवी भाले खान ने कहा कि भारत पाकिस्तान दोनों देश एक ही थे बंटवारा हुआ उस दौरान आधे यहाँ रह गए आधे वहां रह गए और मुस्लिम समाज में शादी विवाह परिवार में ही होती हैं. अब दूल्हा बारात लेकर पाकिस्तान जाता है, तो खर्च बहुत ज्यादा होता है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का बहुत बड़ा आभार है कि इंटरनेट की अच्छी सुविधा हो गई है. जिसके चलते ऑनलाइन निकाह भी पढ़ रहे हैं. पाकिस्तान से कई बेटियां भारत दुल्हन बन कर आई हैं, उनको आने जाने में थोड़ी समस्या हो रही है. वीजा भी बहुत संघर्ष के बाद मिलता है. नागरिकता पाने के लिए कोशिश कर रहे नागरिकता का काम बहुत धीरे चल रहा है. इसमें सुधार हो मोदी जी से हम यही मांग करते हैं.


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